Udaipur : उदयपुर के पायडा की रहने वाली गर्भवती (Pregnant) मीनाक्षी खटीक ने दिसंबर महीने में अर्थ डायग्नोस्टिक सेंटर (Arth Diagnostic) पर सोनोग्राफी (Sonography) करवाई तो उसके होश उड़ गए . रिपोर्ट के मुताबिक बच्चे का वजन बहुत कम था. रिपोर्ट को राजकीय पन्नाधाय अस्पताल की यूनिट हेड डॉ संगीता सेन को दिखाया गया तो रिपोर्ट के आधार पर डॉक्टर ने अबॉर्शन करने की सलाह दे दी.


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पीड़ित के मुताबिक गर्भ के 9वें महीने में मीनाक्षी ने 12 दिसम्बर को अर्थ डायग्नोस्टिक सेंटर पर जाकर सोनोग्राफी करवाई. रिपोर्ट में गर्भस्त शिशु का वजन 500 प्लस-माइंस 123 ग्राम बताया गया. सोनोग्राफी रिपोर्ट को राजकीय पन्नाधाय चिकित्सालय की यूनिट हेड डॉ संगीता सेन को दिखाया गया. रिपोर्ट के आधार पर डॉ सेन ने कहा कि गर्भस्त शिशु का अभी तक पूर्ण विकास नहीं हुआ है और वजन काफी कम है. जिसके कारण शिशु के जन्म लेने की उम्मीद बहुत कम है. ऐसे में अबॉर्शन करवाना ही बेहतर होगा. ये सुनकर मीनाक्षी और उसके परिवार के लोगों के पैरों तले जमीन खिसक गई. परिवार के जो लोग नन्हे मुन्ने मेहमान के आने के इंतजार में खुश हो रहे थे. सोनोग्राफी रिपोर्ट ने उनकी खुशी काफूर कर दी. 


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किसी तरह से परिवार ने खुद को संभाला और हर मुश्किल का सामना करने का फैसला लिया. पन्नाधाय चिकित्सालय में इलाज से असंतुष्ट परिजन, मीनाक्षी को शहर के एक निजी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे. जहां 27 दिंसम्बर को मीनाक्षी ने पूर्णतया स्वस्थ्य बेटी को जन्म दिया और पूरा परिवार खुशी से छूम उठा. जन्म के बाद नवजात का वजन 2.7 किलो ग्राम था. 


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अर्थ डायग्नोस्टिक सेंटर की एमडी रेडियो डायग्नोस्टिक डॉ रुचि सरावगी ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा है कि, सोनोग्राफी रिपोर्ट में कोई गलती नहीं है, लेकिन रिपोर्ट तैयार करते समय टाइपिंग एरर आने से गर्भस्थ शिशु का वजन गलत टाइप हो गया था. वही पीड़िता की मां की शिकायत पर हाथीपोल थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है.


Report : Avinash