Udaipur News: दुनिया के सबसे खूबसूर शहरों में शुमार लेकसिटी की खूबसूरती को चार चांद लगाने का काम इन दिनों कुछ किन्नर कर रहे है. ये किन्नर शहर के प्रमुख उद्यान गुलाबबाग की दीवार को सवार रहे है और अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे है. ये रंग उस पहलू को पेश करने की कोशिश कर रहे हैं जिन्हें समाज आज भी हेय दृष्टि से देखता है.


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दीवारों पर पेंटिंग कर चार चांद लगा रहे
उदयपुर कि खूबसूरती में चार-चांद लगाने के लिए इन दिनों प्रशासन जोर शोर से लगा हुआ हैं. इसी कड़ी में इन दिनों उदयपुर के गुलाब बाग कि दीवारों पर पेंटिंग का काम चल रहा हैं, लेकिन इसमें खास बात ये हैं इन पेंटिंग को बनाने के लिए किन्नरों कि एक टीम काम कर रही हैं.


गुलाबबाग की दीवार को संवारने के काम लगे आधा दर्जन किन्नर
दरअसल नगर निगम उदयपुर के साथ मिल कर किन्नर समुदाय के उत्थान के लिए काम करने वाली स्वयं सेवी संस्थाओं ने यह अनूठा प्रयास शुरू किया है. जिसमे किन्नरों को अपने हुनर को दिखाने का मौका मिला है. गुलाबबाग की दीवार को संवारने के काम करीब आधा दर्जन किन्नर कर रहे है जो महज तीन से चार दिन में दीवार को नया रूप देने का काम कर रहे है. दीवारों की संवार रहे किन्नरों कहना है कि आम तौर पर समाज मे उन्हें बधाई और भीख मांगने के काम के लिए जाना जाता है लेकिन उनके अंदर भी कई कलाई छुपी होती है, लेकिन उचित प्लेटफार्म और अवसर नहीं मिल पाता है जिससे वे अपनी कला का प्रदर्शन नहीं कर पाते है. जिससे समाज के बीच उन्हें उचित सम्मान नहीं मिलता है लेकिन कुछ संस्थाओं ने मिल कर उनकी इस कला को नई पहचान दी है. जिससे लोगों का नजरिया भी उनके प्रति बदलेगा.


थर्ड जेंडर को बढ़ावा देने के लिए
आर्टिस्ट शामली पुजारी ने बताया कि उनकी टीम पिछले 4 दिनों से गुलाब बाग पर पेंटिंग का काम कर रही हैं. उन्होंने बताया कि वो पहली बार आयीं हैं. उनकी टीम में मौजूद सभी किन्नर अरवानी प्रोजेक्ट (NGO) बेंगलोर से जुड़े हुए हैं जो कि थर्ड जेंडर को बढ़ावा देने के लिए काम करता हैं, इनकी टीम में सभी सदस्य देश के अलग अलग प्रदेशों से जैसे कि चिन्नाई, मुंबई, बेंगलोर और अन्य जगह के रहने वाले हैं.


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4 सालों से इस संस्थान से जुड़ी हैं
उन्होंने बताया कि वो पिछले 4 सालों से इस संस्थान से जुड़ी हुई हैं और इस के द्वारा दिए गए प्रोजेक्ट पर काम करके होना घर चलाती हैं. शामली ने बताया कि थर्ड जेंडर को हमेशा सिग्नल पर भीक मांगते हुए देखा जाता रहा हैं, ऐसे में इस संस्थान ने थर्ड जेंडर को समाज में इज्जत दार जगह दिलाने का आह्वान किया हैं.