उदयपुर की दो बेटियों की यूक्रेन से वतन वापसी, बताया कैसे तिरंगे ने बचाई जान
यूक्रेन में जारी युद्ध संकट के बीच भारतीय छात्रों की वतन वापसी जारी है. इस बीच उदयपुर की दो बेटियों भार्गवी वशिष्ठ और मोक्षिता उपाध्याय भी सकुशल यूक्रेन से लौटी हैं.
Udaipur: यूक्रेन में जारी युद्ध संकट के बीच भारतीय छात्रों की वतन वापसी जारी है. इस बीच उदयपुर की दो बेटियों भार्गवी वशिष्ठ और मोक्षिता उपाध्याय भी सकुशल यूक्रेन से लौटी हैं. जिनका महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पहुंचने पर कलेक्टर ताराचंद मीणा और एडीएम सिटी अशोक कुमार ने स्वागत किया.
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उदयपुर के हिरण मगरी और यूनिवर्सिटी रोड इलाके में रहने वाली भार्गवी और मोक्षिता यूक्रेन में एमबीबीएस कर रही थी. वतन वापसी पर दोनों ने ज़ी मीडिया से खास बात करते हुए यूक्रेन से भारत की जर्नी के बारे में विस्तार से चर्चा की. मोक्षिता ने बताया कि पहले तो उन्हें ये लग रहा था कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा तनाव वार्ता के बाद शांत हो जाएगा. लेकिन जैसे ही रूसी सेनाओं ने यूक्रेन पर हमला बोला तो उनकी चिंताएं बढ़ने लगी. वो लगाता इंडियन एंबेसी से संपर्क में रहे और वतन वापसी के लिए की कोशिश करने लगी. दोनों छात्राओं ने बताया कि बड़ी मुश्किल वो लोग रोमानिया बॉर्डर तक पहुंची जिसके लिये करीब 10 किमी का पैदल सफर तय किया और आखिरकार भारत वापसी हो सकी.
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मोक्षिता ने बताया कि यूक्रेन में उन्हें भारतीय नागरिक होने का काफी लाभ मिला. जब वे यूनिवर्सिटी से निकल रही थी तो उन्हें निर्देशित किया गया था. कि वो अपनी बस पर तिरंगा लगा कर रखे. जिससे उन्हें कोई नहीं रोकेगा और ऐसा ही हुआ. सकुशल वतन वापसी के लिये मोक्षिता, भार्गवी और उनके परिवार के सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताया.
रिपोर्टर- अविनाश जगनावत