Udaipur Murder Case: उदयपुर में कन्हैयालाल दर्जी की हत्याकांड केस में दोनों आरोपी गिरफ्तार हो गए है. एक आरोपी गोस मोहम्मद के पाकिस्तान से कनेक्शन सामने आया है. अब तक हुए खुलासे के मुताबिक आरोपी 45 दिन पाकिस्तान में रहकर आया था. इसके अलावा उसे अरब देशों से भी ट्रेनिंग मिली है. आरोपी के आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के साथ कनेक्शन भी सामने आया है. 


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इस मामले में अब NIA जांच कर रही है लेकिन इस घटना के बाद ये भारत में इस्लामिक संगठन को लेकर चर्चा शुरु हो गई है.  और सवाल ये उठ रहा है कि क्या ISIS का नेटवर्क देश में फिर से मजबूत हो रहा है. ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि भारत में मुस्लिम आबादी 17 करोड़ के लगभग है. दुनिया में भारत मुस्लिम आबादी वाला दूसरा बड़ा देश है. मुस्लिम आबादी का जिक्र इसलिए क्योंकि ISIS अपने दस्ते में इस्लाम धर्म से जुड़े लोगों को ही शामिल करता है. ऐसे में भारत के मुस्लिम युवाओं को बरगलाने का खतरा बना रहता है. मुस्लिम समाज के युवा आतंकी संगठनों के हमेशा निशाने पर रहे है. 


ISIS का टारगेट क्यों रहता है भारत


पाकिस्तान में पनप रहे अलकायदा जैसे संगठन हो या ISIS. ऐसे संगठनों की भारत पर हमेशा नजर रहती है. भारत में कई धर्मों के लोग रहते है. ऐसे में समय समय पर लोगों के बीच झड़प होती रहती है. ये ज़िहादी संगठन इस फिराक में रहते है कि कैसे इन झगड़ों को सांप्रदायिक रंग देकर कट्टरपंथ को बढ़ावा दिया जाए. जिससे युवाओं को आतंकी संगठनों में भर्ती करना आसान रहे. 


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भारत उन 19 देशों की सूची में है जिन्हें इस्लिम संगठन अपने ठिकाने बनाना चाहता है. भारत में अपनी पकड़ बनाने के लिए ISIS ऐसे संगठनों के साथ हाथ भी मिलाता है जो भारत विरोधी होते है. आतंकी संगठन ISIS के एजेंडे के हिसाब से वो भारत को खुरासान राज्य बनाना चाहता है. इसके लिए ISIS खुरासान का नक्शा भी जारी किया है. इस नक्शे में खुरासान राज्य के हिस्से में भारत के साथ साथ पाकिस्तान और अफगानिस्तान के अलावा आसपास के कुछ देशों को शामिल किया गया है. 


ISIS खुरासान क्या है 


दरअसल ISIS दुनिया भर में इस्लामिक राज स्थापित करना चाहता है. इसके लिए उसने भारत को भी उसी इस्लामिक हुकुमत का हिस्सा बताया है. और कसम खाई है कि एक दिन इस इलाके पर इस्लामिक राज स्थापित किया जाएगा. अलकायदा ने जब भारत में अपनी आतंकी ब्रांच के विस्तार की घोषणा की थी. उसके ठीक 4 महीने बाद खुरासान प्रांत के विस्तार का ऐलान किया. इन आतंकी संगठनों ने खुरासान के दायरे में उन इलाकों को शामिल किया गया है. जहां लोग हथियार उठाने के लिए तैयार रहते है.


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आतंकी संगठन ISIS भारत को लेकर प्रचार सामग्री निकालता है. इसका नाम वॉयस ऑफ हिंद दिया गया है. इसमें भारत केंद्रित मुद्दों के बारे में छापा जाता है. कर्नाटक में जब हिज़ाब विवाद हुआ तब भी ISIS ने इस मामले में काफी भड़काउ स्टेटमेंट जारी किए थे. मार्च में जारी हुए 'वॉयस ऑफ हिंद' एडिशन में लिखा था कि हमारी बहनों के सम्मान पर नजर डालने वाले हर हिंदू के टुकड़े कर दिए जाएंगे. 


भारत में बढ़ रहा ISIS का प्रभाव


भारत में आतंकी संगठन ISIS का प्रभाव बढ़ रहा है. वो लगातार पांव पसारता जा रहा है. इसका प्रमाण इस बात से है कि जैसे ही इस आतंकी संगठन ने इराक में पांव रखा. भारतीय इलाकों को टारगेट करने वाली भाषाओं के साथ प्रचार सामग्री जारी की. हिंदी और उर्दू के साथ साथ तमिल और दूसरी स्थानीय भाषाओं में ये प्रचार सामग्री जारी की गई. जिसके बाद ये खबरे भी सामने आई थी कि कुछ युवा ISIS में शामिल होने के लिए इराक गए है. इस संगठन की कश्मीर पर भी नजर है जहां उसे कट्टरपंथ फैलाने की संभावनाएं नजर आ रही है.


Video - उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड केस के 24 घंटे बाद कैसे है शहर के हाल