Udaipur News: उदयपुर जिले के खेरोदा थाना क्षेत्र से गुरुवार को बड़ी खबर सामने आई. सिहाड़ा ग्राम पंचायत के बोरिया गांव में आबादी क्षेत्र में पैंथर घुस गया. इस दौरान उसने चार ग्रामीणों सहित तीन वन कर्मियों पर जानलेवा हमला किया. हमले में घायलों को उदयपुर रेफर किया गया.


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जानकारी के मुताबिक, उदयपुर जिले के बोरिया गांव में गुरुवार यानी की 22 फरवरी की शाम को एक जंगली तेंदुए ने 2 घंटे तक आतंक मचाया. गलती से आबादी क्षेत्र में घुस आया तेंदुआ पहले लोगों की घरों, छतों, गलियों पर घूमता रहा. बाद में उसने झपट्टा मारकर लोगों को घायल करना शुरू कर दिया. तेंदुए के हमले में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. 


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जानकारी के अनुसार, इनमें से दो वन विभाग के कर्मचारी हैं और उन्हें ग्रामीणों ने सूचना देकर बुलाया था. तेंदुआ के हमले के बाद घटना से जुड़ा एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें तेंदुआ लोगों पर हमला करता दिखाई दे रहा है. इसके बाद वन विभाग की रेस्क्यू टीम पहुंच गई थी. बताया जा रहा है कि उदयपुर के बोरियागांव में शाम को सभी बड़े निश्चिंत होकर अपने रोजमर्रा के कामों में लगे हुए थे लेकिन शाम 4:00 बजे जंगल की तरफ से अचानक तेंदुआ घुस आया. 


तेंदुआ को देखते ही गली में घूम रहा एक शख्स चिल्ला पड़ा तो उसने उस पर झपट्टा मार दिया. उसे देखने के बाद तमाम लोग डर गए और इधर-उधर भागना शुरू कर दिए. कई गांव वालों ने तो हाथों में लाठी और डंडे थाम लिए और चिल्लाना शुरू कर दिया. इसके चलते तेंदुआ इधर-उधर भागने लगा. भागने के दौरान तेंदुए ने एक अन्य व्यक्ति और महिला को भी घायल कर दिया. हमले के दूसरे दिन तेंदुआ के आतंक का एक वीडियो वायरल हो रहा है.


इसमें आप देख सकते हैं कि किसी घर की छत पर दो व्यक्ति खड़े हैं और एक के हाथ में लट्ठ है लेकिन जैसे ही तेंदुआ छलांग लगता है तो उसमें से एक पर हमला कर देता है. तेंदुआ पर लच्ठ से मारा भी जाता है लेकिन इसके बाद तेंदुआ कमरे में घुस जाता है. कुछ देर बाद निकल कर दूसरे व्यक्ति पर भी हमला बोल देता है. ऐसे में दूसरा शख्स भी अपने सहयोगी को बचाने के लिए तेंदुए पर वार करता है. बड़ी मुश्किल में तेंदुआ भाग जाता है. 


बता दें कि सूचना मिलने के बाद उदयपुर मुख्यालय से रेस्क्यू टीम सिहाड़ा गांव में पहुंची थी लेकिन अंधेरा हो जाने के कारण तेंदुए की लोकेशन ढूंढने में बहुत मुश्किल आई हालांकि देर रात को तेंदुए को ट्रेंकुलाइज कर लिया गया. उसे उदयपुर बायोलॉजिकल पार्क छोड़ दिया गया.