हिंदू धर्म में सभी पूजा में नारियल चढ़ाना बेहद जरूरी है. सभी धर्मिक अनुष्ठान में नारियल शामिल किया जाता है.
शुभ
नारियल एक फल है, इसको हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना गया है. भगवान को नारियल चढ़ाना शुभ माना जाता है.
परंपरा
हर एक शुभ काम की शुरुआत नारियल फोड़कर की जाती है. ये रिवाज सदियों से चला आ रहा है.
कारण
लेकिन क्या आपको पता है महिलाएं नारियल क्यों नहीं फोड़ सकती हैं?
भगवान विष्णु
कहा जाता है कि धरती पर पहली बार फल के रुप में भगवान विष्णु जी ने माता लक्ष्मी के साथ नारियल भेजा था.
माता लक्ष्मी
नारियल पर सिर्फ माता लक्ष्मी का अधिकारा होता है, जिसके वजह से महिलाओं को नारियल फोड़ने के लिए मना किया जाता है.
दुख-दर्द
माना जाता है कि नारियल में त्रिदेव का वास होता है और भगवान को नारियल चढ़ाने से सभी दुख-दर्द दूर होते हैं.
त्रिनेत्र
नारियल के ऊपरी हिस्से में बनी तीन आंखे भगवान शिव के त्रिनेत्र का प्रतीक हैं.
कल्पवृक्ष
कहा जाता है कि भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी नारियल का पेड़ और कामधेनु धरती पर ले आए थे. नारियल के पेड़ को कल्पवृक्ष भी कहा जाता है.
नकारात्मकता
कहा जाता है कि घर में नारियल फोड़ने से नकारात्मकता दूर होती है. साथ ही नारियल को एक बीज के रुप में देखा जाता है.
गर्भवती
जब एक मां की कोख में बच्चा होता है, तो सबसे पहले उसका आकार एक बीज के जितना ही होता है. इसी वजह से महिलाएं नारियल नहीं फोड़ती है क्योंकि इसका गलत असर पड़ता है.