ऐसे में एक बार औरंगजेब ने भारत के धर्म परायण हिंदू शासक शिवाजी महाराज को बंधक बना लिया था. इसके बावजूद छत्रपति शिवाजी उनके चंगुल से बचकर भाग निकले थे.
Sandhya Yadav
Aug 12, 2023
औरंगजेब के चंगुल से इस तरह से बचकर भागे थे शिवाजी
मुगलों का राज
जब भी कभी आप भारत का इतिहास उठाकर पढ़ते हैं तो उसमें मुगलों का जिक्र जरूर मिलता है. भारत में करीब 300 सालों तक मुगलों ने राज्य किया है.
औरंगजेब के चंगुल से कैसे छुड़ाया
लेकिन कुछ लोगों को आज भी यह नहीं पता है कि छत्रपति शिवाजी ने कैसे अपने आप को औरंगजेब के चंगुल से छुड़ाया था? चलिए आपको बताते हैं.
औरंगजेब से मिलने गए थे शिवाजी
9 मई 1666 को एक बार छत्रपति शिवाजी औरंगजेब से मिलने के लिए उत्तर प्रदेश के आगरा के दरबार पहुंचे थे.
हुआ गंदा व्यवहार
यहां पर छत्रपति शिवाजी के साथ औरंगजेब के दरबार में अच्छा व्यवहार नहीं किया गया था.
शिवाजी ने किया विरोध
इस पर छत्रपति शिवाजी ने इसका विरोध किया और कहा कि ऐसा दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिए.
शिवाजी और उनके बेटे को किया कैद
इस बात से नाराज मुगल शासक औरंगजेब ने शिवाजी और उनके बेटे संभाजी को अपनी कैद में कर लिया.
बीमारी का बहाना
कैद में जाने के कुछ दिनों बाद शिवाजी ने एक बार बीमारी का बहाना किया और कहा कि वह बीमार हो गए हैं.
आराम में खलल न हो
शिवाजी ने मुगल बादशाह औरंगजेब के पहरेदारों को पैगाम पहुंचाया कि उनके आराम में किसी भी तरह का कोई व्यवधान ना डाला जाए.
सौतेला बेटा कंबल ओढकर लेटा
इसके बाद छत्रपति शिवाजी की जगह उनके सौतेले बेटे कंबल ओढ़ कर वहीं पर लेट गए ताकि औरंगजेब के पहरेदारों को कोई शक ना हो.
फलों की टोकरी में छिप गए
दूसरी ओर छत्रपति शिवाजी और उनके बेटे संभाजी वहां मौजूद फलों की टोकरी में छुप गए थे.
ऐसे भागे थे शिवाजी
मुगल बादशाह औरंगजेब के लिए काम करने वाले लोग जब फलों की टोकरी लेकर बाहर निकले तो छत्रपति शिवाजी और उनके बेटे संभाजी भी औरंगजेब के चांगो से निकलकर बाहर पहुंच गए थे.