Bal Yogi Sant Umesh Nath Ji Maharaj Profile: उज्जैन शहर में बने वाल्मीकि धाम आश्रम के प्रमुख पीठाधीश्वर बाल योगी संत उमेश नाथ जी महाराज को बीजेपी ने अपना राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है. भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय समिति ने मध्यप्रदेश के लिए राज्यसभा सीट की घोषणा की. इसमें वाल्मीकि समाज से आने वाले संत उमेश नाथ महाराज का नाम भी शामिल है. उनके साथ ही मध्य प्रदेश से डॉ एल मरुगन, माया नारोलिया, बंसीलाल गुर्जर के नाम भी सूची में हैं. 


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वाल्मीकि समाज का करते हैं प्रतिनिधित्व


उमेश नाथ महाराज वाल्मीकि समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं. उमेश नाथ वो शख्स हैं, जिनके पास संघ प्रमुख से लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री और तमाम दिग्गज आशीर्वाद लेने आ चुके हैं. सिंहस्थ कुंभ में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संत उमेश नाथ जी महाराज के साथ समरसता नहान भी किया था. 


क्या कहा महाराज उमेश नाथ ने जानिए!


खुद को बीजेपी का राज्यसभा प्रत्याशी बनाए जाने पर महाराज उमेश नाथ जी ने सरल स्वभाव में कहा, अभी तो बाबा महाकाल की पूजा अर्चना में हूं. हर रोज जैसा महसूस करता हूं, वैसा ही अब भी कर रहा हूं. अभी तो सबसे पहले बाबा महाकाल के दर्शन को जाऊंगा.


जिन महापुरुषों ने फैसला लिया, उन्हें आशीर्वाद


अपनी अगली रणनीति के बारे में पूछे जाने पर महाराज उमेश नाथ जी ने कहा, 'अभी रणनीति को लेकर आपसे कुछ नहीं कह पाऊंगा राजनीति में पहला कदम है तो बिना समझे कैसे रणनीति बताऊं. इसलिए पहले समझेंगे और उस काम को पूरा करने का मन वचन क्रम से करने का पूरा प्रयास करेंगे. जिन महापुरुषों ने इस निर्णय को अंतिम रूप दिया है, उन्हें आशीर्वाद. हम सब मिलकर देश और आने वाले सिंहस्थ कुंभ के लिए अच्छा काम करेंगे.'


जन्म से रहे हैं सन्यासी


अगर बाल योगी संत उमेश नाथ जी महाराज के प्रोफाइल की बात की जाए तो उनका जन्म वर्ष 1964 मे हुआ था. कहा जाता है कि उनके जन्म के तुरंत बाद परिवार ने उन्हें महायोगी गोरक्षनाथ की सेवा में सौंप दिया था. यानी महाराज उमेश नाथ बचपन से सन्यासी बन गए थे. वे उज्जैन में वाल्मिकी समाज के सर्वोच्च धर्म गुरु स्वामी सोहन दास महाराज के समाधि स्थल के दर्शन करने पहुंचे थे. कहा जाता है कि उनके आगमन के 41 दिन बाद वहां जमीन में शिवलिंग प्रकट हुए.


गुरु से समाधि स्थल पर बनवाया मंदिर


इसे दिव्य चमत्कार मानकर महाराज बाल योगी संत उमेश नाथ जी ने वहां पर श्रीक्षेत्र वाल्मीकि धाम का निर्माण करवाया. जो बाद में कमलेश्वर वाल्मीकेश्वर महादेव के नाम से प्रसिद्ध हो गया. यह धाम धीरे- धीरे पूरे भारत में वाल्मीकि समाज के लाखों लोगों के प्रमुख तीर्थ स्थली के रूप में विकसित होता चला गया. इस धाम के दर्शन करने के लिए देश-विदेश से लाखों लोग आते रहते हैं. आम लोगों के साथ ही विभिन्न पार्टियों के नेता भी धाम के दर्शन करने और उमेश नाथ जी महाराज के दर्शन करने के लिए पहुंचते रहते हैं. 


दोनों पार्टियों से रहा है नजदीकी जुड़ाव


संत उमेश नाथ जी महाराज का बीजेपी और कांग्रेस, दोनों से जुड़ाव रहा है. दोनों ही पार्टियों के टॉप नेता उनका आशीर्वाद लेने के लिए धाम में आते रहे हैं. जब एमपी में कांग्रेस की सरकार थी तो उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया था. वे वर्ष 1992 में 8 राज्यों के राजकीय अतिथि भी रह चुके हैं. उनका रहन-सहन बहुत सामान्य और सादगीपूर्ण रहा है. 


27 फरवरी को होंगे राज्यसभा के चुनाव


बताते चलें कि राज्यसभा के लिए खाली हुई सीटों के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 27 फरवरी रखी गई है. इसके लिए नामांकन की आखिरी तारीख 15 फरवरी है. अगर खाली सीटों के अनुपात में ज्यादा नामांकन भरे जाते हैं तो फिर 27 फरवरी को सुबह 9 से 4 बजे तक राज्यों की राजधानियों में वोटिंग होगी और शाम तक रिजल्ट घोषित हो जाएगा.