Parliamentary Delegation from Armenia: संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में आज (17 दिसंबर) 'वन नेशन, वन इलेक्शन' बिल पेश किया जाना है और इस बीच राज्यसभा में संविधान पर चर्चा चल रही है. राज्यसभा में सदन के नेता जेपी नड्डा इस पर बोल रहे थे, तभी अचानक उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने उन्हें रोक दिया. इसके बाद उपसभापति ने आर्मेनिया की संसद के अध्यक्ष एलन मोनियन (Alen Simonyan) और आर्मेनिया से आई डेलिगेशन का स्वागत किया, जो भारत दौरे पर आए हैं.


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भारत दौरे पर आर्मेनिया का संसदीय प्रतिनिधिमंडल


बता दें कि आर्मेनिया गणराज्य का एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल भारत दौरे पर है और मंगलवार को राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने उनका स्वागत किया. इससे पहले आर्मेनिया गणराज्य की नेशनल असेंबली के अध्यक्ष एलन मोनियन (Alen Simonyan) के नेतृत्व में आर्मेनिया के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार (16 दिसंबर2024) को राष्ट्रपति भवन में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की थी.



भारत-आर्मेनिया के बीच गहरे और मैत्रीपूर्ण संबंध


आर्मेनिया और भारत के बीच अच्छे राजनीतिक रिश्ते हैं. दोनों देश अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर एक दूसरे का साथ देते हैं. 1991 में जब आर्मेनिया सोवियत संघ से अलग होकर स्वतंत्र हुआ, तब भारत ने उसके साथ फिर से दोस्ती शुरू की.  साल 1992 में आर्मेनिया गणराज्य और भारत के बीच राजनयिक संबंध स्थापित हुए. इसके बाद दोनों देशों ने एक दूसरे के यहां दूतावास खोले, जिससे उनके रिश्ते और मजबूत हुए. 1999 में भारत ने आर्मेनिया की राजधानी येरेवन में अपना दूतावास खोला.


1995 में भारत और आर्मेनिया ने दोस्ती और सहयोग का एक समझौता भी किया था. 2020 में आर्मेनिया ने भारत से हथियार खरीदने में दिलचस्पी दिखाई. इसके बाद, आर्मेनिया ने भारत से 4 करोड़ डॉलर (लगभग 330 करोड़ रुपये) के हथियार खरीदे, जिनमें 'स्वाति रडार' भी शामिल थे. अक्टूबर 2022 में भारत और आर्मेनिया के बीच एक और समझौता हुआ, जिसके तहत भारत आर्मेनिया को मिसाइलें, रॉकेट और अन्य गोला-बारूद बेचेगा. इन मिसाइलों में भारत में बनी 'पिनाका' रॉकेट लॉन्चर भी शामिल है.