Rajya Sabha Election: राज्यसभा की 10 सीटों के लिए 24 जुलाई को चुनाव होंगे. निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को इसकी घोषणा की. राज्यसभा में जुलाई और अगस्त में 10 सीट खाली हो रही हैं, जिनमें विदेश मंत्री एस. जयशंकर (गुजरात) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता डेरेक ओ’ब्रायन (पश्चिम बंगाल) की सीट भी शामिल हैं.


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जिन अन्य नेताओं के कार्यकाल समाप्त हो रहे हैं उनमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गोवा से सदस्य विनय डी. तेंदुलकर, गुजरात से जुगलसिंह लोखंडवाला और दिनेशचंद अनावादिया, पश्चिम बंगाल से टीएमसी सदस्य डोला सेन, सुष्मिता देव, शांता छेत्री एवं सुखेन्दु शेखर राय शामिल हैं. कांग्रेस सदस्य प्रदीप भट्टाचार्य का कार्यकाल अगस्त में पूरा हो रहा है.


परंपरा के मुताबिक, वोटों की गिनती मतदान प्रक्रिया खत्म होने के एक घंटे बाद 24 जुलाई को ही शाम पांच बजे होगी. आयोग की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, उच्च सदन के 10 सदस्य अपना छह साल का कार्यकाल पूरा होने के कारण 28 जुलाई से 18 अगस्त के बीच सेवानिवृत्त हो रहे हैं.


एक अन्य बयान में, आयोग ने कहा है कि पश्चिम बंगाल से टीएमसी के लुइज़िन्हो जोआकिम फलेरियो के इस्तीफे के बाद राज्यसभा में रिक्त पद को भरने के लिए भी उपचुनाव 24 जुलाई को होगा. उन्होंने अप्रैल में इस्तीफा दे दिया था, यद्यपि उनका कार्यकाल अप्रैल, 2026 में समाप्त होना था.


गुजरात की तीन सीटों पर कौन-कौन रिपीट होगा या फिर कुछ की छुट्‌टी हो जाएगी. ये बड़ा सवाल है. राजनीतिक हलकों में विदेश मंत्री एस जयशंकर को फिर से गुजरात से भेजे जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है. इस चुनाव में बीजेपी का दबदबा रहेगा, क्योंकि कांग्रेस विधानसभा में कमजोर स्थिति में ऐसे में फिर से तीनों सीटों पर बीजेपी की जीत तय है.


चर्चा यह है कि बीजेपी फिर से विदेश मंत्री एस जयशंकर को राज्यसभा भेजेगी. दो अन्य सीटों पर बदलाव हो सकता है. राज्यसभा के जिन दो अन्य सदस्यों का कार्यकाल पूरा होगा.  इनमें जुगल जी ठाकोर और दिनेश चंद्र अनावड़िया का नाम शामिल है. राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि पार्टी इन दोनों के स्थान पर नए चेहरों और पार्टी के दूसरे वरिष्ठ नेताओं को मौका दे सकती है. 


चर्चा है कि पार्टी पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और पूर्व डिप्टी सीएम नितिन पटेल को राज्यसभा भेज सकती है. इन दोनों नेताओं को पार्टी हाई कमान ने हाल ही में अहम जिम्मेदारी दी है. रुपाणी को पंजाब के साथ दिल्ली की तीन लोकसभा का प्रभारी बनाया गया तो नितिन पटेल को उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की पांच लोकसभा सीटों के इंचार्ज का काम दिया गया है.