Muslim And Islam: इस समय पीएम मोदी गुजरात में हैं और मंगलवार को ही उन्होंने यूएई के राष्ट्रपति नाहयान के साथ रोड शो किया है. उधर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पहली गैर मुस्लिम बन गई हैं जो मदीना गई हुई हैं. इसी बीच जी न्यूज के एक कार्यक्रम में बीजेपी के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने डिबेट के दौरान एआईएमआईएम नेता दानिश कुरैशी को मुहतोड़ जवाब दिया है. दानिश कुरैशी ने जब आरोप लगाया कि पीएम मोदी को भारत का मुसलमान नहीं दिखता है तो उन्होंने एक के बाद एक कई चीजें गिना दीं. सबसे पहले उन्होंने कहा कि इस समय कमसे कम आठ इस्लामिक देश हैं जिन्होंने पीएम मोदी को अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है. इसमें बहरीन और सऊदी अरब भी शामिल हैं. 


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'पीएम मोदी इस्लाम या मुस्लिम विरोधी होते तो..


उन्होंने कहा कि अगर पीएम मोदी इस्लाम या मुस्लिम विरोधी होते तो उन्हें आठ देश ये सम्मान नहीं देते. उन्होंने कहा कि देश में ओवैसी जैसे लोग हैं, वे इसको देख नहीं पाते हैं तो कम से कम वे ये तो बता दें कि मोदी जी ऐसा कौन सा काम कर रहे हैं तो उन्हें मुस्लिम विरोधी हैं. पीएम मोदी का एक ही मंत्र है सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास. राकेश सिन्हा ने यह भी आरोप लगाया कि ये सब मुस्लिमों को सिर्फ वोट बैंक की तरह देख रहे हैं. जबकि पीएम मोदी सिर्फ और सिर्फ उनका विकास देख रहे हैं.


योजनाओं में गरीब मुस्लिम ही लाभार्थी हुए हैं
साथ ही राकेश सिन्हा ने यह भी एक विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम का उदाहरण देते हुए कहा कि अभी मैं भागलपुर बिहार गया हुआ था वहां उस कार्यक्रम में सबसे ज्यादा लाभार्थी मुस्लिम महिलाएं ही दिखी हैं. इतना ही नहीं पीएम मोदी की तमाम योजनाओं में गरीब मुस्लिम ही लाभार्थी हुए हैं. उन्हें लगातार लाभ हुआ है. उन्होंने यह भी कहा कि जैसे ही कुछ राजनीतिक पार्टियां मुसलमानों को गरीब रखना चाहती हैं, वैसे ही कुछ लोग भी हैं जो मुसलमानों को गरीब देखना चाहते हैं.


मुस्लिम देशों की सोच बदल गई लेकिन..
इसके बाद जब एंकर ने फिर से एआईएमआईएम नेता दानिश कुरैशी से पूछा कि मुस्लिम देशों की सोच बदल गई लेकिन ओवैसी और कई अन्य लोगों की सोच बदलती ही नहीं. इसके बाद वे कुछ नहीं जवाब दे पाए तो उन्होंने बिलकिस बानो का नाम ले लिया और कहा कि इस पर कोई बात नहीं हो रही है. इसके बाद फिर राकेश सिन्हा ने कहा कि ऐसे सैंकड़ो स्टेटमेंट हैं जिसमें पीएम मोदी को जान से मारने और अन्य आपत्तिजनक टिप्पणियों का सामना करना पड़ा है. लेकिन ऐसी बहस में नहीं पड़ना चाहिए. सच ये हैं पीएम मोदी सबको साथ लेकर चलते हैं.