`रामलला को विराजमान होते अपनी आंखों से देखें आडवाणी-जोशी`, अयोध्या लाने की उठी मांग
Ram Mandir News: राम विलास वेदांती ने गुरुवार को कहा कि राम जन्म भूमि आंदोलन में लाल कृष्ण आडवाणी का बहुत बड़ा योगदान है. ऐसे में जब रामलला विराजमान हो रहे हैं तो आडवाणी अपनी आंखों से ऐसा होते हुए देखें.
Ram Mandir Ayodhya: राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी के दिन होगी. इस दौरान 'राम मंदिर आंदोलन' से जुड़े नेताओं का नाम एक बार फिर चर्चा में है. भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता राम विलास वेदांती ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार को पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी समारोह स्थल लाने का इंतजाम करना चाहिए. राम विलास वेदांती ने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि राम जन्म भूमि आंदोलन में लाल कृष्ण आडवाणी का बहुत बड़ा योगदान है. ऐसे में जब रामलला विराजमान हो रहे हैं तो आडवाणी अपनी आंखों से ऐसा होते हुए देखें. यह देश की नहीं बल्कि पूरे विश्व के हिंदुओं की इच्छा है. बीजेपी (BJP) आज जहां है वहां तक पहुंचाने में अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का बहुत बड़ा योगदान है.
हिंदुत्व की अलख जगाने वाले हैं आडवाणी
राम विलास वेदांती ने आगे कहा कि पूर्व सांसद ने कहा कि आडवाणी ने सोमनाथ से अयोध्या तक अपनी रथ यात्रा निकाली थी. इसी रथ यात्रा ने राम मंदिर आंदोलन के लिए हिंदुओं को एकजुट किया और हिंदुत्व की अलख जगाई. वेदांती ने कहा कि मैं चाहता हूं कि जब रामलला विराजमान हों और उनका अभिषेक किया जा रहा हो, उस वक्त प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आडवाणी को गर्भगृह तक लाने की व्यवस्था करें.
विश्व हिंदू परिषद ने दिया है निमंत्रण
गौरतलब है कि श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने लाल कृष्ण आडवाणी को लेकर एक बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि ट्रस्ट ने अधिक उम्र और खराब सेहत को देखते हुए आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में नहीं आने का अनुरोध किया था. इसे दोनों नेताओं ने स्वीकार कर लिया था. जब मामले को लेकर विवाद ज्यादा उठा तो विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने आडवाणी को प्राण-प्रतिष्ठा में शामिल होने का निमंत्रण दिया. आपको बता दें कि राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले ही 30 दिसंबर को पीएम मोदी अयोध्या रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे.
(इनपुट: एजेंसी)