Ram Mandir Pran Pratishtha: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अयोध्या में तैयारियां अंतिम चरण में हैं. इसी बीच आतंकियों की भी बुरी नजर अयोध्या पर है. ऐसे में सुरक्षा बलों ने एक और बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश नाकाम कर दी है. पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक शंकर लाल दुसाद है. दुसाद खालिस्तान समर्थक गैंगस्टर है. दुसाद और उसके साथी अयोध्या में रेकी करके किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी में थे. दुसाद की बीकानेर जेल में बंद रहने के दौरान एक कैदी लखविंदर से जान पहचान हुई थी. 


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असल में लखविंदर के माध्यम से दुसाद खालिस्तान समर्थक गैंगस्टर सुखविंदर गिल उर्फ सुखदोल सिंह गिल उर्फ सुखदिल से व्हाट्सएप कॉल पर बात करता था. दुसाद सुखविंदर से अपने खालिस्तान समर्थकों की हत्या के मामले में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से बदला लेना चाहता था. 2003 में कनाडा में सुखविंदर की हत्या के बाद शंकर लाल दुसाद खालिस्तान समर्थक हरमिंदर सिंह के संपर्क में आया. हरमिंदर सिंह उर्फ कांडा ने दुसाध से गुरुपतवंत सिंह पन्नू के निर्देशों का पालन करने को कहा. 


अयोध्या जाकर रेकी करके नक्शा मांगा
जानकारी सामने आई है कि गुरुपतवंत सिंह पन्नू ने दुसाद से अयोध्या जाकर रेकी करके नक्शा मांगा था. इसके बाद अपनी स्कॉर्पियो में श्री राम का झंडा लगाकर रेकी करने के लिए दुसाद और उसके साथी अयोध्या आए थे. पुलिस को इनकी गतिविधियों पर शक हुआ और इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस के मुताबिक, दुसाद और उसके साथी अयोध्या में किसी धार्मिक स्थल पर हमला करने की योजना बना रहे थे. पुलिस ने इनके पास से हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद की है.


शंकरलाल, हरमिंदर सिंह और मनोज
आतंकवाद निरोधी टीम (ATS) ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में शंकरलाल, हरमिंदर सिंह और मनोज शामिल हैं. ATS के मुताबिक, शंकरलाल कुख्यात गैंगेस्टर राजेन्द्र जाट का करीबी है. वह जेल से छूटने के बाद सुखबिंदर उर्फ सुक्खा से व्हाट्सएप पर बात करता था. वर्ष 2023 में सुक्खा की हत्या कनाडा में हो गई थी. सुक्खा ने शंकरलाल को बताया था कि उसके गैंग और खालिस्तानी समर्थकों की हत्या लॉरेंस बिश्नोई गैंग करवा रहा है.


विदेश में बैठे खालिस्तानी समर्थक निर्देश दे रहे
ATS की पूछताछ में शंकरलाल ने बड़ा खुलासा किया है. उसने बताया कि विदेश में बैठे खालिस्तानी समर्थक उसे निर्देश दे रहे थे. हर्मिन्दर सिंह उर्फ लांडा शंकर को निर्देश दे रहा था. गुरपतपवंत ने अयोध्या का नक्शा बनाने और रेकी के लिए कहा है. उसे पूरा करो. आगे के निर्देश मिलने तक इंतजार करने के लिए भी कहा गया.


घटना के अनुसार, सामग्री उपलब्ध कराने की बात हरमिंदर ने कही थी. इसीलिए शंकरलाल और उसके साथी श्री राम का झंडा लगकर रेकी कर रहे थे. गिरफ्तार हुए तीनों के पास से फर्क आईडी, फेक आईडी पर सिम, वाहन और प्रतिबंधित संगठन sfj के आका की ऑडियो बरामद हुई है. फ़िलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.