Rameshwaram Cafe Blast: कर्नाटक के बेंगलुरु में रामेश्वरम कैफे में हुए धमाके की जांच में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. मामले में पुलिस ने पुष्टि की है कि आरोपी बस में सवार होकर गया था. जांच के दौरान पता चला है कि आरोपी असल में बस संख्या 500 में यात्रा कर रहा था. पुलिस ने बस और बस स्टॉप में लगे सीसीटीवी कैमरे से मिले दस्तावेजों के आधार पर यह पुष्टि की है.


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असल में बीएमटीसी अधिकारियों ने पुलिस को सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराए हैं, जहां से पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद है. पुलिस ब्रुक फील्ड, व्हाइट फील्ड और आईटीपीएल में लगे सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रही है. पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किए हैं और एसआईटी का गठन किया गया है. एसआईटी मामले की गहन जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करने की उम्मीद है.


आरोपी ने इसी बस से यात्रा की..
उधर सीसीटीवी फुटेज में पुलिस ने देखा कि लोग बस से उतरते हैं और कुछ कैफे में जाते हैं. यह कंफर्म है कि आरोपी ने इसी बस से यात्रा की है. पुलिस ने बस की पहचान कर ली और यात्रियों की तलाश शुरू कर दी है. वहीं कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने शनिवार को कहा कि कैफे में धमाका और 2022 में मंगलुरु में हुए प्रेशर कुकर विस्फोट के बीच एक संबंध जान पड़ता है, पुलिस सभी पहलुओं से जांच कर रही है. 


टाइमर का इस्तेमाल किया गया..
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार निष्पक्ष जांच के लिए प्रतिबद्ध है, और पुलिस को पूर्वी बेंगलुरु में ब्रुकफील्ड इलाके के रेस्तरां में हुई घटना की जांच करने के लिए खुली छूट दी गई है. शिवकुमार ने कहा कि पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मंगलुरु घटना और इस घटना के बीच एक संबंध जान पड़ता है. विस्फोट के लिए इस्तेमाल की गई सामग्रियों में हम एक समानता देख सकते हैं. उनके बीच हम एक संबंध है. दोनों में टाइमर का इस्तेमाल किया गया.


धमाके की आवाज जोरदार थी..
शिवकुमार ने यह भी कहा है कि बेंगलुरु वासियों के लिए चिंता की कोई बात नहीं है. यह कम तीव्रता का विस्फोट था. विस्फोटकों को स्थानीय स्तर पर तैयार किया गया था...लेकिन धमाके की आवाज जोरदार थी. टोपी या चश्मा पहनने के बावजूद अपराधी का चेहरा सभी कोणों से दिखाई देता है. उसे तीन-चार कोणों से उसे देखा जा सकता है. सीसीटीवी फुटेज में वह चलते हुए देखा जा सकता है.



फिलहाल केंद्रीय अपराध शाखा सीसीबी मामले की जांच कर रही है, 7-8 दल गठित किए गए हैं, वे सभी पहलुओं से जांच कर रहे हैं. बेंगलुरु शहर में हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. वह संदिग्ध बस से आया था. वह वापस कैसे गया, इसका पता लगाया जा रहा है. उपमुख्यमंत्री ने कहा है कि यह राज्य के गौरव का सवाल है. इसलिए किसी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी.