Ramnavami Violence West Bengal: रामनवमी के मौके पर बिहार और बंगाल के कई शहरों में हिंसा भड़क गई, जिसके बाद अब पुलिस ताबड़तोड़ एक्शन ले रही है. रामनवमी पर बिहार के नालंदा जिले के बिहार शरीफ और रोहतास जिले के सासाराम में हिंसा भड़क गई थी. वहीं पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के काजीपाड़ा और शिवपुर थाना क्षेत्र में अभी भी धारा-144 लगी हुई है. 


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नालंदा जिले के बिहारशरीफ में सांप्रदायिक हिंसा मामले में बिहार पुलिस ने अब तक 77 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने ट्वीट में कहा, नालंदा के बिहारशरीफ में स्थिति पूरी तरह सामान्य और नियंत्रण में है. हिंसा में शामिल उपद्रवियों की पहचान कर गिरफ्तारी की जा रही है. अब तक 77 लोगों की गिरफ्तारी हुई है.


घटनास्थल पर पर्याप्त संख्या में सीनियर अधिकारी व पुलिस बल तैनात हैं. सोशल मीडिया पर निगरानी रखी जा रही है. बिहारशरीफ में शनिवार रात ताजा झड़प के बाद से धारा-144 लागू है. राज्य पुलिस ने सासाराम और बिहारशरीफ में रामनवमी उत्सव के दौरान भड़के सांप्रदायिक दंगों के सिलसिले में शनिवार को 45 लोगों को गिरफ्तार किया था. वाहनों, घरों और दुकानों को आग लगा दी गई और दोनों शहरों में सांप्रदायिक हिंसा भड़कने में कई लोग घायल हो गए थे. रोहतास जिला प्रशासन ने सासाराम में गुरुवार शाम भड़की हिंसा के बाद शुक्रवार दोपहर फिर से संघर्ष शुरू होने पर धारा 144 लागू करने का आदेश दिया था.


डीजीपी-एसपी ने बताया कि दोनों जगहों पर स्थिति नियंत्रण में है. दोनों जगहों से अबतक 109 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन लोगों की पहचान करके गिरफ्तारी की जा रही है. किसी भी ऐसे असामाजिक तत्व को बख्शा नहीं जाएगा और कानून की पूरी ताकत के साथ उन से निपटा जाएगा. जो कुछ लोग गड़बड़ कर रहे हैं, उनको हम पकड़कर कानून के तहत कार्रवाई करेंगे. 


बिहार शरीफ और सासाराम में रामनवमी जुलूस के दौरान हुई हिंसा को लेकर समीक्षा बैठक में सीएम नीतीश कुमार, डीजीपी और मुख्य सचिव समेत वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे. सीएम ने डीजीपी और मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि सही स्थिति की जानकारी मीडिया को दें ताकि भ्रम की स्थिति न रहे. सीएम ने मृतकों के परिजनों से बात की है.


प.बंगाल में कैसे हैं हाल?


पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के काजीपाड़ा इलाके में राम नवमी पर शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान दो समूहों के बीच हुई झड़प के बाद स्थिति नियंत्रण में है. इलाके में धारा-144 लागू है. काजीपाड़ा में बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों की तैनाती के बीच सुबह से वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई और दुकानें और बाजार भी खुले. 


अधिकारी ने बताया कि झड़पों की जांच अपने हाथों में लेने के बाद सीआईडी की टीम ने नमूने जमा किए और स्थानीय लोगों से बात की. इसके अलावा गुरुवार को झड़प के दौरान ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों से भी चर्चा की गई. काजीपाड़ा में और शिवपुर थाना क्षेत्र में सीआरपीसी की धारा-144 के तहत निषेधाज्ञा अब भी लागू है और इंटरनेट सेवा निलंबित है.


पुलिस ने मारे थे छापे


पुलिस ने बताया,'स्थिति नियंत्रण में और शांतिपूर्ण है. जीवन सामान्य हो रहा है. लेकिन, स्थिति पर नजर रखने के लिए हम अभी भी पुलिसकर्मियों की तैनाती कर रहे हैं.' सीआईडी के एक अधिकारी ने बताया कि एजेंसी के अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है. एक सीआईडी अधिकारी ने कहा कि फिलहाल, हम जांच के बारे में कुछ नहीं बता सकते क्योंकि यह शुरुआती स्तर पर है. पुलिस ने शुक्रवार-शनिवार की आधी रात को छापे मारे और तोड़फोड़ में शामिल होने के आरोप में कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया.


 झड़पों के सिलसिले में करीब 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने कहा कि हम हिंसा वाले दिन घटनास्थल से मिले वीडियो फुटेज की मदद से उनके शामिल होने की पुष्टि कर रहे हैं. अगर वे दोषी पाए जाते हैं, तो कानून के मुताबिक उन पर एक्शन लिया जाएगा. 


क्या है मामला


गुरुवार को राम नवमी के दिन शाम को दो समूहों के बीच उस समय झड़प शुरू हो गई थी, जब शोभायात्रा हावड़ा में काजीपाड़ा से गुजर रही थी. हिंसा के दौरान कई दुकानों में लूटपाट की गई थी, जबकि कुछ पुलिस वाहनों समेत कई कारों को आग के हवाले कर दिया गया था. इलाके में शुक्रवार दोपहर को स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पथराव किया था, जिसके बाद वहां धारा-144  लागू कर दी गई थी. इसके अलावा इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी गई थीं.


(एजेंसी इनपुट के साथ)


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