RapidX Train: भारत में पहली रैपिडएक्स ट्रेन की शुरुआत बेहद धमाकेदार हुई है. शनिवार को इसके पटरी पर उतरते ही यात्रियों का उत्साह सातवें आसमान पर था. पहले ही दिन लगभग 10,000 से ज्यादा यात्रियों ने इस ट्रेन से सफर किया. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के अधिकारी ने कहा कि ये आंकड़ा और भी ज्यादा हो सकता है. सही आंकड़े कुछ दिनों में सामने आ जाएंगे.


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रैपिडएक्स की धमाकेदार शुरुआत


एनसीआरटीसी के अधिकारी ने बताया कि उद्घाटन के बाद आम लोगों के लिए पहली 'नमो भारत' ट्रेन सुबह 6 बजे रवाना हुई और इसे यात्रियों की ओर से "जबरदस्त प्रतिक्रिया" मिली. कुछ यात्री तड़के 4.30 बजे ही स्टेशन पर आ गए थे. लोग इस ऐतिहासिक यात्रा का हिस्सा बनने के लिए उत्सुक थे. लोग मुरादनगर जैसे आस-पास के इलाकों और दिल्ली और उत्तर प्रदेश के दूर-दराज के इलाकों से आये थे. 


पहले ही दिन टूट पड़े यात्री


एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह ने भी 'नमो भारत' ट्रेन में सवारी की. अधिकारियों ने कहा कि विनय कुमार सिंह ने सुबह भारत की पहली 'नमो भारत' ट्रेन के यात्रियों के पहले समूह का स्वागत किया और प्लेटफार्म और कोच में उनके साथ बातचीत भी की. उन्होंने कहा कि यात्रियों के पहले समूह को 'फर्स्ट राइडर' के रूप में मान्यता देते हुए उन्हें एक प्रमाणपत्र भी प्रदान किया गया. 


पीएम मोदी ने दिखाई हरी झंडी


'नमो भारत' ट्रेन हाई टेकन्लॉजी सुविधाओं से लैस है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को साहिबाबाद स्टेशन पर दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस गलियारे के इस खंड का उद्घाटन किया और ट्रेन में यात्रा भी की. अधिकारियों ने कहा कि यात्री सेवाएं रात 11 बजे तक जारी रहेंगी और 21 अक्टूबर को सप्ताहांत होने के कारण राजस्व सेवाओं के समाप्त होने तक यात्रियों की संख्या में और वृद्धि होने की उम्मीद है.


यात्रियों ने कोच में किया डांस


एनसीआरटीसी ने शाम को एक बयान में कहा कि उम्मीद है कि 'नमो भारत' ट्रेन यात्रियों की संख्या आम लोगों के लिए सेवा शुरू होने के पहले ही दिन आसानी से 10,000 का आंकड़ा पार कर सकती है. यात्री सुबह से ही उत्साहित थे और उनमें से कुछ ने भारत की पहली 'नमो भारत' ट्रेन के यात्री होने की खुशी में कोच के अंदर डांस भी किया. 


180 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड


भारत की पहली सेमी-हाईस्पीड क्षेत्रीय रेल सेवा का लक्ष्य और लेटेस्ट तकनीक के साथ यात्रा को और एडवांस बनाना है. आरआरटीएस सेमी-हाई-स्पीड, हाई-फ़्रीक्वेंसी कम्यूटर ट्रांज़िट सिस्टम है जिसकी डिज़ाइन स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटे और स्पीड लिमिट 160 किलोमीटर प्रति घंटे है. अभी यह पांच स्टेशनों पर दौड़ेगी- साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो. 


एक प्रीमियम समेत छह कोच


एनसीआरटीसी को दिल्ली और मेरठ के बीच भारत के पहले आरआरटीएस के निर्माण की देखरेख का काम सौंपा गया है. पूरे 82.15 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस को जून 2025 तक चालू करने का लक्ष्य है. सभी 'नमो भारत' ट्रेन में एक प्रीमियम कोच समेत छह कोच हैं. हर ट्रेन में एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित है और यह प्रीमियम कोच के बगल वाला कोच होता है. इसके अलावा, अन्य कोच में महिलाओं, दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए सीटें आरक्षित हैं. 


कितना होगा किराया?


साहिबाबाद से दुहाई डिपो स्टेशन तक एक तरफ की यात्रा का किराया 50 रुपये होगा, जबकि प्रीमियम कोच में उसी मार्ग का किराया 100 रुपये होगा. यात्रियों को अंतिम-छोर तक सम्पर्क प्रदान करने के लिए एनसीआरटीसी ने आरआरटीएस फीडर सेवाओं के तहत इलेक्ट्रिक ऑटो-रिक्शा की भी व्यवस्था की है. एनसीआरटीसी ने कहा कि देश के पहले आरआरटीएस गलियारे के प्राथमिकता वाले खंड पर यात्री परिचालन के पहले दिन ‘आरआरटीएस कनेक्ट ऐप’ को 2,000 से अधिक बार डाउनलोड किया गया.


(एजेंसी इनपुट के साथ)