नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर लाल क़िले पर हुई हिंसा के आरोपी दीप सिद्धू (Deep Sudhu) को 7 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है. दीप को क्राइम ब्रांच ने मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट प्रज्ञा गुप्ता की कोर्ट में पेश किया. पुलिस ने 10 दिनों की रिमांड मांगते हुए कहा कि हमें दीप सिद्धू की रिमांड चाहिए क्‍योंकि उससे उससे पूछताछ करनी है. लेकिन कोर्ट ने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि आप पहले 7 दिन पूछताछ करें इसके बाद रिमांड बढ़ाने पर विचार किया जाएगा. बता दें कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दीप सिद्धू को सोमवार रात करीब 10.30 बजे हरियाणा के करनाल से पकड़ा. जिसके बाद मंगलवार को दीप सिद्धू को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में पेश किया गया. 


रिमांड के मुख्य आधार


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

1. लेपटॉप और मोबाइल की रिकवरी करने
2. सिद्धू की मदद से दंगाइयों की पहचान करना
3. लाल क़िले में अंदर जाने की साजिश कैसे तैयार हुई इसकी जानकारी लेन
4. लाल क़िले में प्रयोग किया गया वाहन बरामद करना
5. पंजाब, हरियाणा और मुंबई में सिद्धू कहां-कहां रहा और उसकी किसने मदद की इसकी जानकारी लेना. 
6. किन दोस्तों के जरिए सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड किए गए. 
7. सिद्धू दिल्ली हिंसा के बाद किस-किस से मिला और उसकी मदद किस-किस ने की


ये भी पढ़ें- इस राज्य के मुख्यमंत्री का बड़ा बयान, राकेश टिकैत को बताया फ्रस्ट्रेटेड नेता


बता दें कि दिल्ली पुलिस ने दीप सिद्धू पर 1 लाख रुपये का इनाम रखा था. पुलिस के सूत्रों ने खुलासा करते हुए बताया कि दीप सिद्धू कैलिफोर्निया में रहने वाली एक महिला मित्र और अभिनेता के संपर्क में था. वह वीडियो बनाता था और अपनी दोस्त को भेजता था, जिसके बाद वह उन वीडियो को फेसबुक पर अपलोड कर देती थी.


किसानों को दी थी चेतावनी


गौरतलब है कि दीप सिद्धू ने कुछ दिन पहले ही फेसबुक लाइव के जरिए किसान नेताओं को खुली चेतावनी दी थी. खुद को गद्दार कहे जाने से नाराज सिद्धू ने किसान नेताओं को धमकी दी थी कि अगर उसने अपना मुंह खोला और किसान आंदोलन की अंदर की बातें खोलनी शुरू की तो इन नेताओं को भागने का रास्‍ता भी नहीं मिलेगा. 


ये भी पढ़ें- राहत की खबर: दिल्‍ली समेत 15 राज्‍यों में 24 घंटे में कोरोना से 0 मौतें


दीप सिद्धू पर लाल क़िले पर उपद्रव करने का आरोप 


उल्लेखनीय है कि 26 जनवरी को उपद्रवियों की भीड़ ने लाल किले पर पहुंचकर उत्पात मचाया था और धार्मिक झंडा फहरा दिया था. प्राचीर पर निशान साहिब फहराए जाने की घटना की पूरे देश में आलोचना हुई थी. किसान संगठनों ने खुद को इस घटना से अलग करते हुए दीप सिद्धू को जिम्मेदार ठहराया था. पुलिस कई दिनों से दीप की तलाश कर रही थी. 


LIVE TV