नई दिल्लीः यूपी नगर निकाय चुनावों में 16 जगह पर मेयर के चुनाव में बीजेपी के 14 कैंडिडेट जीत गए हैं. 2 जगह BSP के प्रत्याशी जीते हैं. अयोध्या को पहली बार नगर निगम बनाया गया है और यहां भी बीजेपी की जीत हुई है. अयोध्या को पहली बार नगर निगम बनाया गया है और यहां भी बीजेपी की जीत हुई है.पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी बीजेपी का मेयर बनेगा. बीजेपी के डिप्टी सीएम ने कहा है कि सीएम के कामकाज पर सवाल उठाने वालों को कड़ा जवाब मिला है. राहुल गांधी की अमेठी की नगर पंचायत सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की है.बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने कहा कि राहुल गांधी अपने निर्वाचन क्षेत्र में ही नहीं जीत रहे हैं इससे साफ है कि जनता में उन्हें समर्थन नहीं मिल रहा है. 


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यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस जीत को पीएम मोदी के विकास के विजन की जीत बताया है. सीएम योगी ने पार्टी सभी कार्यकर्ताओं की मेहनत और सरकार के कार्यक्रमों को जनता तक पहुंचाने में उनके अहम योगदान की सराहना की और जनता का धन्यवाद दिया. 


 



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर जनता को बधाई दी है. पीएम मोदी ने कहा, 'विकास की इस देश में फिर एक बार जीत हुई। उत्तर प्रदेश निकाय चुनावों में भव्य जीत के लिए प्रदेश की जनता को बहुत-बहुत धन्यवाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी और पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को ढेरों शुभकामनाएं। यह जीत हमें जन कल्याण की दिशा में और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगी।'


 



यूपी की 198 नगर पालिका में से 197 सीटों के रुझान आ चुके है. बीजेपी 89 सीटों पर आगे चल रही है. जबकि बीएसपी 42 सीटों पर, एसपी 22 और कांग्रेस ने 6 सीटों पर आगे है. 38 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार आगे है. यूपी में 1300 निगम पार्षदों के चुनाव में 755 सीटों के रुझान आ चुके है. BJP 347 सीटों पर आगे चल रही है. एसपी 120 और बीएसपी 84 सीटों पर आगे है. कांग्रेस 54 और 150 जगह पर निर्दलीय उम्मीदवार आगे है.


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नगर निगम चुनाव
यूपी के 16 नगर निगमों में हुए मेयर चुनाव के रुझान और नतीजे आ गए है. 14 जगह बीजेपी जीत दर्ज की है. 2 जगह बीएसपी आगे चल रही है.  


1. बरेली से बीजेपी के उमेश गौतम आगे चल रहे है. 
2. मथुरा से बीजेपी के मुकेश आर्य आगे जीत गए है 
3. गोरखपुर से बीजेपी के सीताराम जायसवाल जीते
4. गाजियाबाद से बीजेपी की आशा शर्मा जीतीं
5. लखनऊ से बीजेपी की संयुक्ता भाटिया जीतीं. 
6. अयोध्या से भी बीजेपी के ऋषिकेश उपाध्याय जीत गए है.
7. मेरठ से बीएसपी की सुनीता वर्मा जीतीं
8. वाराणसी से बीजेपी की मृदुला जायसवाल जीत गई हैं. 
9. इलाहाबाद से बीजेपी की अभिलाषा गुप्ता जीतीं   
10. आगरा से बीजेपी नवीन जैन जीते .
11. मुरादाबाद से बीजेपी प्रत्याशी विनोद अग्रवाल जीत गए है.
12. सहारनपुर से बीजेपी के संजीव जीते. 
13. फिरोजाबाद से बीजेपी की नूतन राठौड़ जीतीं
14. अलीगढ़ से बीएसपी के मोहम्मद फुरकान जीते
15. झांसी में बीजेपी के रामतीर्थ सिंह जीते
16. कानपुर नगर से बीजेपी की प्रमिला पांडे जीतीं


आपको बता दें कि पिछली बार यूपी में 12 नगर निगम थे. जिनमें से 11 में बीजेपी ने जीत दर्ज की थी.


नगर पालिका चुनाव
यूपी की 198 नगर पालिका में से 179 सीटों के रुझान आ चुके है. बीजेपी 76 सीटों पर आगे चल रही है. जबकि बीएसपी 40 सीटों पर, एसपी 22 और कांग्रेस ने 5 सीटों पर आगे है. 36 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार आगे है.


निगम पार्षद चुनाव
यूपी में 1300 निगम पार्षदों के चुनाव में 198 सीटों के रुझान आ चुके है. 100 सीटों पर बीजेपी आगे चल रही है. एसपी 37 और बीएसपी 23 सीटों पर आगे है. कांग्रेस 14 और 24 जगह पर निर्दलीय उम्मीदवार आगे है. 


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नगर निकाय चुनाव में मतदान को लेकर सबसे ज्यादा उदासीनता शहरों में देखने को मिली. सबसे कम मतदान नगर निगमों में हुआ, वहीं नगर पंचायतों में अच्छा उत्साह देखने को मिला. नगर निगमों में जहां करीब 41.26 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ, वहीं पालिका परिषद में 58 प्रतिशत और नगर पंचायतों में 68.30 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया.


इन नतीजों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की साख से जोड़कर देखा जा रहा है. उन्होंने इन चुनावों में प्रचार की शुरुआत 14 नवंबर को अयोध्या से की थी, एक महीने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 26 रैलियां कीं, इस दौरान वो सभी 16 ज़िलों में गए जहां नगर निगम चुनाव हुए. 2012 में मेयर चुनाव में बीजेपी ने 12 में से 10 सीटें जीती थीं.


वर्ष 2012 के नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा ने 12 में से 10 महापौर की सीटें जीती थीं. इस बार अयोध्या, फिरोजाबाद, मथुरा तथा बुलंदशहर पहली बार नगर निगम के तौर पर चुनाव प्रक्रिया से गुजर रहे हैं.  प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने रुझानों में भाजपा की बढ़त के बारे में कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस वैसे तो अलग लड़ रहे थे, लेकिन दरअसल वे एक-दूसरे के निकट रिश्तेदार बनकर लड़े. सपा और कांग्रेस ‘यूपी के लड़के’ कहकर टायर-ट्यूब की तरह चुनाव लड़े थे, मगर वे पंक्चर हो गये. निकाय चुनावों के सम्भावित परिणाम हमारे लिये दायित्व बोध है.


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उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में नहीं बल्कि गड़बड़ी तो विपक्षी दलों की सोच में है. इन दलों ने जाति विशेष के लिये काम किया. उसे जनता ने नकारा है. हमारी सरकार ने सबका साथ, सबका विकास की नीति के तहत काम किया, जिसे जनता ने समर्थन दिया है. सपा के विधान परिषद सदस्य राजपाल कश्यप ने कहा कि यह बड़ी दुखद बात है कि जहां ईवीएम से वोट पड़े, वहां भाजपा को काफी बढ़त है. यह हमारे लिये चिंता की बात है. हम इस पर बारीकी से नजर रख रहे हैं.


मालूम हो कि प्रदेश के 16 नगर निगमों, 198 नगर पालिकाओं और 438 नगर पंचायतों के लिये तीन चरणों में गत 22, 26 और 29 नवम्बर को कुल करीब 52.5 प्रतिशत मतदान हुआ था. सम्पूर्ण 652 निकायों की गणना के लिए प्रदेश में 334 मतगणना स्थल स्थापित किए गए हैं जिनमें कुल 11,200 टेबल मतगणना के लिए लगायी गयी हैं. मतगणना में कुल 56,000 कार्मिक नियुक्त किए गए हैं.


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मतगणना की निगरानी के लिए मतगणना स्थल पर सी.सी.टी.वी. कैमरे तथा वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है. पहली बार नगरीय निकाय चुनाव में सभी पार्टियों ने अपने चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ा है. इन चुनावों को वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले जनता का मन टटोलने के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.


मतगणना के दौरान शान्ति व्यवस्था बनाए रखने के लिए समस्त जिलों में आज रात 12 बजे तक पूर्ण शराब बन्दी रहेगी. मतगणना के दौरान तथा निर्वाचन परिणाम घोषित होने के बाद किसी भी प्रकार के विजय जुलूस पर पूर्ण प्रतिबन्ध रहेगा.


(एजेंसी इनपुट के साथ)