UP News: यूपी के प्रयागराज में 12 साल बाद आयोजित हो रहे महाकुंभ (Prayagraj Kumbh Mela 2025) की तैयारियां अंतिम चरण में हैं. एक अनुमान के मुताबिक महाकुंभ की वजह से 6 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा. अकेले टूर ऑपरेटर्स और हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में ढाई लाख से ज्यादा लोगों को काम मिलेगा. 2019 के कुंभ से करीब 1 लाख 20 हजार करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था, तब महज 25 करोड़ श्रद्धालु और सैलानी आये थे. इस बार यह आकंड़ा दो गुना हो सकता है.


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रोडवेज कराएगी फीलगुड


इसलिए यूपी की योगी सरकार प्रयागराज में 2025 में आयोजित होने जा रहे महाकुंभ को भव्य और दिव्य स्वरूप देने के लगातार काम कर रही है. इसके लिए सभी प्रशासनिक विभागों की तरफ से युद्ध स्तर पर तैयारियां चल रही हैं. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन विभाग भी महाकुंभ पहुंचने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए कई अभियान चला रहा है ताकि आगंतुकों को किसी तरफ की दिक्कत का सामना न करना पड़े. रोडवेज कुलियों को महाकुंभ के लिए तैयार करना इसी कड़ी का हिस्सा है.


'41 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचेंगे'


आस्था के जन समागम प्रयागराज में इस बार 41 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं और पर्यटकों के कुंभ नगरी पहुंचने का प्रशासन का अनुमान है. इन आगंतुकों में सबसे अधिक बस सेवा से प्रयागराज पहुंचेंगे. रोडवेज की यह अपेक्षा है कि कुंभ नगरी पहुंचने वाले इन श्रद्धालुओं को बस स्टेशन पहुंचने पर कोई असुविधा न हो. आगंतुक अच्छा अनुभव यहां से लेकर जाएं इसके लिए राज्य सड़क परिवहन विभाग की तरफ से रोडवेज के कुलियों को भी तैयार किया जा रहा है.


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रोडवेज के प्रयागराज परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक एमके त्रिवेदी का कहना है कि रोडवेज बस स्टेशन पहुंचने पर यात्रियों का सबसे पहला संपर्क रोडवेज कुलियों से होता है. ऐसे में रोडवेज कुलियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा. कुलियों को यात्रियों के साथ अच्छा व्यवहार करने के साथ महाकुंभ जाने के साधनों और मार्गों की बुनियादी जानकारी देने का अभियान इसमें शामिल होगा.


अपनी यात्रा के समापन के बाद अपना लगेज लेकर जब आप प्रयागराज रोडवेज बस स्टैंड पहुंचे तब बस के पास रेलवे प्लेटफार्म की तरह रोडवेज कुली आपकी सेवा में लिए तत्पर मिले ऐसी यूपी रोडवेज की कोशिश है. क्षेत्रीय प्रबंधक के मुताबिक, प्रारंभ में इन्हें आठ-आठ घंटे की दो शिफ्ट में काम के लिए उतारा जाएगा. इन्हें इनकी यूनिफॉर्म और बैज भी प्रदान किए गए हैं.


रेलवे के कुलियों की लाल यूनिफॉर्म की जगह इन्हें नीले रंग की पैंट-शर्ट यूनिफार्म के तौर पर दी गई है. इन कुलियों की बांह पर पीतल का एक बिल्ला लगा है, जिस पर उनकी पहचान का नंबर लिखा गया है.


पहले बैच का काम पूरा


रोडवेज ने इनकी पूरी पहचान और बर्ताव को परखने के बाद इन्हें सेवा में उतारा है. आधार कार्ड और आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी करने के बाद ही कुलियों को बिल्ले दिए गए हैं. पहले बैच में सिविल लाइंस रोडवेज बस स्टैंड में 16 रोडवेज कुलियों को इस सेवा के लिए तैयार किया जा रहा है. प्रयागराज के सिविल लाइन्स बस स्टेशन से 118 बसों का आवागमन होता है. इस बस स्टेशन में प्रतिदिन डेढ़ लाख से अधिक रोडवेज यात्रियों का आना जाना होता है. इन सभी यात्रियों को रोडवेज के कुली अपनी सेवा देंगे.


सीनियर सिटीजन और दिव्यांग यात्रियों की मदद में ये सबसे अधिक मददगार साबित होंगे. रोडवेज कुली बनवारी लाल बताते हैं कि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु हमारे लिए अतिथि होंगे, खास तौर पर दिव्यांग और सीनियर सिटीजन यात्री इन्हें बस के उतरते ही पूरी विनम्रता के साथ सेवा देने के साथ हम लोग उन्हें कुंभ के मार्गों और वहां पहुंचने के लिए साधन की जानकारी भी अपनी तरफ से देंगे ताकि उन्हें वहां पहुंचने में कोई असुविधा न हो. रोडवेज की तरफ से कुलियों को सेवा देने के एवज में जो भी पैसा निर्धारित होगा उसकी रेट लिस्ट बस स्टैंड में लगाई जाएगी. (IANS)