धर्मशाला: क्या सरकार को चलाने का असल रिमोट कंट्रोल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के पास है. इस सवाल पर RSS प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने स्थिति स्पष्ट की है. 


'RSS के हाथ में नहीं सरकार का कंट्रोल'


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भागवत (Mohan Bhagwat) ने शनिवार को कहा कि मीडिया में RSS को सरकार के रिमोट कंट्रोल के रूप में पेश किया जाता है, जो बिलकुल सच नहीं है. धर्मशाला में पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा, 'मीडिया हमें सरकार के रिमोट कंट्रोल के रूप में पेश करता है लेकिन यह असत्य है. हालांकि हमारे कुछ कार्यकर्ता सरकार का हिस्सा जरूर हैं. लोग हमसे पूछते हैं कि हमें सरकार से क्या मिलता है. उनके लिए मेरा जवाब यह है कि हमारे पास जो कुछ भी है उसे हमें खोना भी पड़ सकता है.’


'विश्व गुरु बन सकता है भारत'


इलाज की प्राचीन भारतीय पद्धतियों पर प्रकाश डालते हुए, उन्होंने कहा, 'हमें हमारे पारंपरिक भारतीय उपचार जैसे कि काढ़ा, क्वाथ जैसी चीजों का इस्तेमाल बढ़ाना होगा. कोरोना काल में इनकी उपयोगिता पूरी दुनिया ने देखी है. अब दुनिया भारतीय मॉडल का अनुकरण करना चाहती है. हमारा देश भले ही विश्व शक्ति न बने, लेकिन विश्व गुरु जरूर हो सकता है.’


'हम हमेशा अपनी कमजोरियों से हारे'


उन्होंने एकता का आह्वान करते हुए कहा कि भारत की अविभाजित भूमि सदियों से विदेशी आक्रमणकारियों के साथ कई लड़ाई हार गई क्योंकि स्थानीय आबादी एकजुट नहीं थी. उन्होंने समाज सुधारक डा.बी आर आंबेडकर का हवाला देते हुए कहा, ‘हम कभी किसी की ताकत से नहीं, बल्कि अपनी कमजोरियों से पराजित होते हैं.’


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दलाई लामा से कर सकते हैं मुलाकात


RSS प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत और 13 अन्य लोगों की याद में एक मिनट का मौन रखा. जनरल रावत और सैनिकों का हाल ही में तमिलनाडु के कुन्नूर के पास हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो गया था. सूत्रों के मुताबिक मोहन भागवत हिमाचल प्रदेश के पांच दिवसीय दौरे पर हैं. वह तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा से मुलाकात कर सकते हैं.


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