मॉस्को: कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी (Sputnik V) ने गुरुवार को अपना नया वर्जन लॉन्च कर दिया है, जिसे रूस ने आज मान्यता दे दी है. इस वैक्सीन को स्पूतनिक लाइट (Sputnik Lite) नाम दिया गया है. ये दावा किया जा रहा है कि ये इस वैक्सीन की एक डोज ही 80 प्रतिशत तक प्रभावी है. 


स्पूतनिक 'वी' से ज्यादा प्रभावी है 'लाइट'


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इस वैक्सीन को बनाने के लिए फंडिंग करने वाले रसियन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड (RDIF) ने अपने एक बयान में कहा, 'दो डोज वाली स्पूतनिक वी वैक्सीन की तुलना में सिंगल डोज वाली स्पूतनिक लाइट ज्यादा प्रभावी है. स्पूतनिक वी 91.6% तक प्रभावी है, जबकि स्पूतनिक लाइट 79.4 प्रतिशत तक प्रभावी है.



40 गुना तक बढ़ जाएगा एंडीबॉडी लेवल 


कंपनी ने कहा कि स्पूतनिक के लाइट वर्जन से वैक्सीनेशन अभियान को गति मिलेगी और महामारी को फैलने से रोकने में मदद करेगा. क्योंकि इस वैक्सीन को लेने वाले 91.7 फीसदी लोगों में मात्र 28 दिन के भीतर वायरस से लड़ने की एंटीबॉडी बन गई. कंपनी ने बताया कि 100 फीसदी लोग जिनके शरीर में पहले से इम्यूनिटी थी उनको वैक्सीन लेने के बाद शरीर का एंटीबॉडी लेवल 10 दिन में 40 गुना बढ़ गया.



स्पूतनिक वी को 64 देशों में इस्तेमाल की मंजूरी


स्पूतनिक वी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल के अनुसार, स्पूतनिक वी को अभी तक 64 देशों में इस्तेमाल की मंजूरी दी जा चुकी है. इन देशों की कुल आबादी 3.2 अरब से अधिक है. हालांकि यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी (ईएमए) और यूनाइटेड स्टेट्स फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने इसे अभी तक मंजूरी नहीं दी है. कुछ समय पहले एक बयान में कहा गया है कि स्पूतनिक वी वैक्सीन विकसित करने वाले राज्य में संचालित गामलेया शोध संस्थान और आरडीआईएफ ने फरवरी में रूस, यूएई और घाना सहित कई देशों में स्पूतनिक के तीसरे चरण के ट्रायल शुरू किए थे, जिसमें 7,000 लोग शामिल हुए थे. इसके अंतरिम नतीजे इस साल के अंत तक आ सकते हैं.


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