Russia-Ukraine Conflict: यूक्रेन (Ukraine) में गहराते संकट के बीच देश में वहां फंसे भारतीयों को लेकर चिंता बढ़ने लगी है. माना जा रहा है कि इस संबंध में संसद की स्थाई समिति जल्द ही नागर विमानन मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों के साथ चर्चा कर सकती है.


यूक्रेन को तीन ओर से घेरा हुआ रूसी सैनिकों ने


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बताते चलें कि नाटो में शामिल होने के विवाद पर रूस (Russia) के करीब 1 लाख 30 हजार सैनिकों ने यूक्रेन (Ukraine) को तीन ओर से घेरा हुआ है. अमेरिका का दावा है कि रूस कभी भी यूक्रेन पर हमला करके उसे अपने कब्जे में ले सकता है. वहीं रूस का कहना है कि इन खबरों में कोई सच्चाई नहीं है और उसने केवल अपनी सुरक्षा के लिए बॉर्डर पर सेना तैनात कर रखी है. 


बुधवार को संसदीय समिति की बैठक में उठा मुद्दा


बताते चलें कि बुधवार के संसद की परिवहन, पर्यटन और संस्कृति संबंधी स्थाई समिति की बैठक हुई. इस बैठक में एक सदस्य ने यूक्रेन (Ukraine) में अनिश्चितताओं के मद्देनजर वहां से छात्रों सहित भारतीय नागरिकों को निकालने का मुद्दा उठाया. सदस्य ने कहा कि सरकार को वहां से छात्रों सहित उन भारतीयों को निकालने के लिए एक तंत्र स्थापित करने की दिशा में काम करना चाहिए. 


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भारत वापस लौटने में कठिनाई महसूस कर रहे छात्र


उन्होंने यह भी कहा कि वहां पढ़ रहे स्टूडेंट्स हवाई टिकटों की ऊंची कीमत के कारण घर लौटने में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि समिति ने इस पूरे मुद्दे पर चिंता व्यक्त की और सरकार से इस संबंध में अपनी तैयारियां शुरू करने का आग्रह किया. माना जा रहा है कि अब समिति के सदस्य इस मुद्दे पर नागर विमानन मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों के चर्चा कर सकते हैं. गौरतलब है कि समिति अभी उसके अधीन विभिन्न मंत्रालयों के बजटीय आवंटन पर विचार कर रही है. 


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