नई दिल्ली: कांग्रेस ने बगावत करने वाले सचिन पायलट को राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और डिप्टी सीएम पद से हटा दिया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से राजनैतिक लड़ाई में कांग्रेस ने सचिन पायलट से वो सब छीन लिया, जो पिछले 6-7 वर्षों में कड़ी मेहनत के दम पर उन्होंने हासिल किया था. हालांकि, कांग्रेस ने अभी तक सचिन पायलट को पार्टी से नहीं निकाला है, न हीं सचिन पायलट ने अभी तक पार्टी छोड़ने की बात की है. सचिन पायलट पर कांग्रेस ने जो कार्रवाई की है, उससे पार्टी के कई नेताओं ने असंतोष जाहिर किया है.


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इसी क्रम में, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने सचिन पायलट को लेकर दुख जताया है. उन्होंने अपने एक ट्वीट में कहा, "मैं सचिन पायलट के कांग्रेस पार्टी छोड़ने से दुखी हूं. मैं उन्हें अपना एक बेहतर और प्रतिभाशाली नेता मानता हूं. पार्टी से अपनी राह जुदा करने से बेहतर होता कि वो पार्टी को बेहतर और मजबूत बनाने की दिशा में काम करते. इससे उनके, हमारे सबके सपने पूरे होते." 


 



 


कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने सचिन पायलट का समर्थन करते हुए कहा कि उन्होंने इतने सालों तक समर्पण भाव से काम किया है. उम्मीद करता हूं कि हालात संभाले जा सकते हैं. दुखद है कि बात यहां तक पहुंचीं. 


 



 


पूर्व सांसद प्रिया दत्त ने कहा कि यह ''दुर्भाग्यपूर्ण है कि पार्टी ने संभावनाओं से भरे दो बड़े युवा नेताओं ज्योतिरादित्य सिंधिया और पायलट को खो दिया.'' दत्त ने कहा कि वह नहीं मानती हैं कि महत्वाकांक्षी होना ''गलत बात है. 


 



 


मुंबई की पूर्व सांसद ने ट्वीट किया, ''एक और दोस्त ने पार्टी छोड़ दी. सचिन और ज्योतिरादित्य दोनों सहकर्मी थे और अच्छे दोस्त हैं. दुर्भाग्य से हमारी पार्टी ने संभावनाओं से भरे दो बड़े युवा नेताओं को खो दिया. मैं नहीं मानती कि महत्वाकांक्षी होना गलत बात है. उन्होंने मुश्किल समय में बहुत मेहनत से काम किया था.''