नई दिल्ली: कोरोना (CoronaVirus) संकट के चलते जहां अधिकांश देशों की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई है, वहीं भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian economy) ज्यादा प्रभावित नहीं हुई है. यही वजह है कि सऊदी अरब (Saudi Arabia) ने भारत में निवेश की अपनी योजनाओं में कोई बदलाव नहीं किया है. सऊदी अरब ने भारतीय अर्थव्यवस्था की ताकत पर भरोसा जताते हुए कहा है कि भारत में निवेश की उसकी योजनाएं तय समय के अनुसार आगे बढ़ेंगी. दुनिया के सबसे बड़े तेल निर्यातक देश का कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में कोरोना संक्रमण के झटकों से निकलकर आगे बढ़ने की पूरी ताकत और क्षमता मौजूद है.


‘सही राह पर चल रहीं योजनाएं’


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भारत में सऊदी अरब (Saudi Arabia) के राजदूत डॉ. सऊद बिन मोहम्मद अल साती (Dr Saud bin Mohammed Al Sati) ने कहा कि भारत में निवेश की हमारी योजनाएं सही राह पर आगे बढ़ रही हैं. दोनों देश निवेश की प्राथमिकताएं तय करने में लगे हुए हैं. साती ने कोरोना महामारी संकट से अर्थव्यवस्था को उबारने के भारत के उपायों की सराहना की. उन्होंने कहा कि भारत विश्व की पांचवी सबसे बड़ी और दक्षिण एशिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. इसने महामारी के मौजूदा संकट के असर से उबरने में अच्छा काम किया है और इससे पूरी तरह बाहर निकलने की क्षमता रखती है. 


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‘सहयोग के नए मार्ग खुले’
उन्होंने प्रत्यक्ष तौर पर भारतीय थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे (MM Naravane) की हालिया सऊदी अरब यात्रा का उल्लेख किए बिना कहा कि 2019 में सामरिक भागीदारी परिषद (Strategic Partnership Council) के गठन से दोनों देशों के बीच कई क्षेत्रों में सहयोग के नए मार्ग खुले हैं. इसमें सुरक्षा और पर्यटन के क्षेत्र भी शामिल हैं. बता दें कि सामरिक भागीदारी परिषद का गठन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की गत वर्ष अक्टूबर की रियाद यात्रा के समय किया गया था. यह परिषद दोनों देशों के बीच रणनीतिक भागीदारियों में प्रगति की समीक्षा करती है.


Salman ने की थी घोषणा
 


पिछले साल फरवरी में सऊदी अरब (Saudi Arabia) के युवराज मोहम्मद बिन सलमान (Mohammed bin Salman) ने भारत के पेट्रो-रसायन, तेल शोधन, बुनियादी ढांचा, खनन और कृषि सहित अन्य क्षेत्रों में कुल 100 अरब डालर (लगभग 7,400 अरब रुपये) के निवेश की योजना की घोषणा की थी. सऊदी अरब ने कहा है कि कोरोना संकट के बावजूद उस घोषणा पर कोई असर नहीं पड़ा है और निवेश प्रक्रिया पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही आगे बढ़ेगी.