UP News: अयोध्या में राम जन्म भूमि परिसर की सुरक्षा प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले उत्तर प्रदेश के विशेष सुरक्षा बल एसएसएफ के हवाले कर दी जाएगी. मीडिया रिपोट्स के मुताबिक सोमवार रात एसएसएफ की दो बटालियन अयोध्या पहुंच भी गई है. हालांकि तैनाती से पहले उनकी एक सप्ताह की स्पेशल ट्रेनिंग होगी.


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बताया जा रहा है कि राम जन्मभूमि की सुरक्षा में एसएसएफ के 280 जवान तैनात होंगे. अयोध्या के अलावा काशी और मथुरा के मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी भी एसएसएफ को दी जा सकती है. गौरतलब है कि एसएसएफ का गठन यूपी सरकार ने विशेष सुरक्षा के लिए किया है और इसमें यूपी पुलिस और पीएसी के जवान शामिल हैं.


फिलहाल ये है सुरक्षा व्यवस्था
राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा में पीएसी की 12 कंपनियां लगी हैं. रामलला की सुरक्षा में सबसे भीतरी भाग की सुरक्षा सीआरपीएफ करती है. यहां फिलहाल सीआरपीएफ की 6 बटालियन तैनात हैं जिसमें एक महिला बटालियन भी शामिल हैं. मंदिर के बाहरी हिस्से और चेकिंग प्वाइंट पर सिविल पुलिस के महिला और पुरुष पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं.


प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियां
बता दें प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम जनवरी में होना है. पीटीआई-भाषा के मुताबिक अयोध्या में रविवार को दो दिवसीय विश्व हिंदू परिषद की बैठक शुरु हुई. इस मौके पर विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि विहिप श्री राम जन्मभूमि प्रतिष्ठा समारोह को पूरे विश्व में हर्षोल्लास के उत्सव के रूप में मनाएगी.


आलोक कुमार ने  कहा, ‘देश भर से एक लाख से अधिक साधु-संतों को आमंत्रित किया जाएगा. विहिप उनके भोजन और आवास का ख्याल रखेगी. इसके साथ ही विहिप समारोह के लिए अयोध्या आने वाले भक्तों के लिए एक मुफ्त रसोई भी चलाएगी.'


कुमार ने बताया कि प्रतिष्ठा समारोह से पहले बजरंग दल 30 सितंबर से 15 अक्टूबर तक 2,281 शौर्य यात्राएं निकालेगा और देश के पांच लाख से अधिक गांवों को जोड़ेगा. उन्होंने कहा कि इन यात्राओं के दौरान यात्रा मार्गों पर धार्मिक सभाओं का भी आयोजन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि प्रतिष्ठा समारोह के दिन देशभर के मठ-मंदिरों में पूजा, यज्ञ, हवन और आरती की जाएगी. साथ ही हर घर में राम भक्त रात में पांच दीपक जरूर जलाएंगे और करोड़ों भक्तों के बीच प्रसाद भी बांटा जाएगा.