Ram Mandir Construction: सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने राम मंदिर पर उठाए सवाल, कहा- मस्जिद तोड़कर मंदिर बनाना नाइंसाफी
Shafiqur Rahman Barq Speech: सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने राम मंदिर (Ram Mandir) पर बयान दिया है. बर्क ने राम मंदिर निर्माण को लेकर सवाल किया है. बर्क ने मस्जिद की जगह मंदिर बनाना नाइंसाफी बताया है.
Shafiqur Rahman Barq Statement: यूपी के संभल में सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क (Shafiqur Rahman Barq) ने अयोध्या (Ayodhya) में बन रहे राम मंदिर (Ram Mandir) को लेकर बड़ा बयान दिया है. बर्क ने राम मंदिर निर्माण पर सवाल उठा दिए हैं. सपा सांसद बर्क ने कहा कि मस्जिद को तोड़कर मंदिर बना दिया यह ना इंसाफी है. कानून के खिलाफ है. अब सरकार अयोध्या में मस्जिद के लिए दी गई जमीन पर मस्जिद के निर्माण के लिए मुसलमानों को भी इजाजत दे. लेकिन मस्जिद के निर्माण कार्य में सरकार का कोई दखल नहीं होना चाहिए.
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण जारी
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का कार्य प्रगति पर है. जनवरी 2024 में रामलला अपने गर्भगृह पर विराजमान होंगे. लेकिन उसके पहले मंदिर निर्माण के कार्य को पूरा करने की तैयारी को तेज कर दिया गया है. इसके लिए बाकायदा वर्कर्स की संख्या को भी बढ़ा दिया गया है. बड़ी संख्या में मजदूर मंदिर के भूतल और अन्य भागों के निर्माण का कार्य को पूरा करने में जुटे हुए हैं.
कब होगा राम मंदिर का उद्घाटन?
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय के मुताबिक, गर्भगृह में भगवान श्रीराम की जिस प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा होगी, वह बालक रूप में होगी. सभी निर्माण कार्य अक्टूबर तक और अन्य सभी कार्य दिसंबर महीने में पूरे कर लिए जाएंगे. ये भी जानकारी दी गई कि राम मंदिर के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद अयोध्या पहुंचेंगे. अगले साल जनवरी में रामलला के भव्य मंदिर का उद्घाटन होगा.
उद्घाटन कार्यक्रम की भव्य तैयारी
गौरतलब है कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट, अयोध्या में रामलला के अभिषेक कार्यक्रम में आमंत्रित करने के लिए ढाई हजार प्रमुख लोगों की लिस्ट तैयार कर रहा है, जिन्हें अगले साल जनवरी में अयोध्या में बुलाया जाएगा. इस लिस्ट में खेल जगत की हस्तियां, सेना और पुलिस अधिकारियों के अलावा राम मंदिर आंदोलन के दौरान जान देने वाले परिवारों के सदस्यों व देश के प्रमुख मंदिरों के प्रतिनिधियों को भी जगह मिलेगी.
क्या है विवाद?
जान लें कि 6 दिसंबर, 1992 को अयोध्या में विवादित ढांचा कारसेवकों ने ढहा दिया था. अभी जो राम मंदिर अयोध्या में बन रहा है वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बन रहा है. 9 नवंबर, 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर पर अपना फैसला सुनाया था. जनवरी, 2024 में रामलला स्थायी रूप से गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगे.