संदेशखाली पर चौतरफा घिरीं ममता.. अब जाकर लिया एक्शन, शाहजहां शेख 6 साल के लिए TMC से निलंबित
Sandeshkhali News: यह सब तब हुआ जब शाहजहां शेख को कुछ ही घंटे पहले अरेस्ट किया गया है. टीएमसी नेता डेरेक ओ`ब्रायन ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि पार्टी ने शाहजहां शेख को 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित करने का फैसला किया है.
Shajahan Sheikh Suspended: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने आखिरकार संदेशखाली मामले के मास्टरमाइंड शाहजहां शेख को पार्टी से बाहर कर दिया है. शाहजहां शेख के ऊपर कार्रवाई करते हुए उसे 6 साल के लिए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है. यह सब तब हुआ जब शाहजहां शेख को कुछ ही घंटे पहले अरेस्ट किया गया है. टीएमसी नेता डेरेक ओ'ब्रायन ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि पार्टी ने शाहजहां शेख को 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित करने का फैसला किया है.
असल में तृणमूल कांग्रेस की इस कार्रवाई के कुछ ही घंटे पहले उसे अरेस्ट किया गया है. संदेशखाली में प्रवर्तन निदेशालय और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के जवानों पर हमले के 55 दिन बाद, पुलिस ने घटना के मास्टरमाइंड तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता शेख शाहजहां को गिरफ्तार किया. हालाकि उसकी गिरफ्तारी के समय और स्थान के बारे में पुलिस ने स्पष्ट जानकारी नहीं दी है. अब इस घटना के बाद ममता बनर्जी की पार्टी ने उसे सस्पेंड कर दिया है.
स्थानीय लोगों के उत्पीड़न की शिकायतें..
वहीं इससे पहले कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश टी.एस. शिवगणनम ने बुधवार को कहा था कि राज्य या केंद्र की किसी भी एजेंसी को शाहजहां को गिरफ्तार करने का अधिकार है, उसके खिलाफ कुछ वर्षों से स्थानीय लोगों के उत्पीड़न की शिकायतें मिल रही हैं. बुधवार को ही पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा था कि तृणमूल नेता शाहजहां मंगलवार आधी रात से ममता पुलिस की सुरक्षित हिरासत में हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक यह बात जरूर सामने आई है कि शाहजहां को बशीरहाट उप-विभागीय अदालत के परिसर के भीतर लॉकअप में रखा गया है. इसके अलावा शाहजहां शेख के एक साथी आमिर अली को भी ओडिशा से अरेस्ट किया गया है.
ममता बनर्जी चौतरफा घिरी हुई थीं..
शाहजहां के फरार रहने को लेकर ममता बनर्जी चौतरफा घिरी हुई थीं. संदेशखाली में स्थानीय लोगों द्वारा उसे उत्तर 24 परगना जिले और उसके आसपास देखेे जाने का दावा किया गया था. राज्य की पुलिस पर उसे संरक्षण देने का आरोप भी लगाया गया था. तृणमूल कांग्रेस का कहना था कि कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा शेख शाहजहां की गिरफ्तारी पर रोक लगाए जाने के कारण पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर रही है. लेकिन, न्यायमूर्ति शिवगणनम ने मंगलवार और बुधवार को स्पष्ट किया कि उसकी गिरफ्तारी पर कोई रोक नहीं है.