Row Over PM Modi`s Degree: शरद पवार ने डिग्री विवाद पर कही ये बड़ी बात, विपक्ष को दी नसीहत
यह दूसरी बार है जब शरद पवार ने उन मुद्दों को फर्जी बताया है जिसे विपक्षी दलों के नेता उठा रहे हैं. इससे पहले उन्होंने अडानी समूह के समर्थन में बयान जारी किए थए और इस ग्रुप के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट की आलोचना की थी.
महाराष्ट्र में शिवसेना और कांग्रेस की सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री मांगने वाले मुद्दे को समय को बर्बाद करने जैसा बताया है. उन्होंने उन लोगों की आलोचना की है जो नेताओं की शैक्षिक योग्यता के मुद्दे को उठा रहे हैं, जो कि समय की बर्बादी है, जबकि देश में अन्य कई अधिक महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है.
इससे पहले उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) सहित कई विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की कॉलेज की डिग्री (college degrees) को लेकर उन पर निशाना साधा था. सार्वजनिक डोमेन में पहले से जानकारी होने के बाद भी इस बारे में सबूत मांगने की बात पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर गुजरात हाई कोर्ट (Gujarat High Court) ने 25,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था. वहीं, ठाकरे ने पूछा था कि 'कौन सा कॉलेज इस तथ्य पर गर्व महसूस नहीं करना चाहता है कि उनके कॉलेज में प्रधानमंत्री ने पढ़ाई की है.'
शरद पवार ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि बेरोजगारी, कानून व्यवस्था और महंगाई जैसे मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत है और नेता उन मुद्दों (डिग्री मांगने वाले मुद्दे) से दूर रहकर कुछ अच्छा कर सकते हैं नहीं तो इंतजार कर सकते हैं. उन्होंने मराठी में कहा, 'कॉलेज की डिग्री का सवाल अक्सर पूछा जा रहा है. आपकी डिग्री क्या है, मेरी डिग्री क्या है. क्या ये राजनीतिक मुद्दे हैं?'
उन्होंने कहा, 'बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था, महंगाई पर केंद्र सरकार की आलोचना करें... अन्य महत्वपूर्ण मामले देखें. धर्म और जाति के नाम पर लोगों के बीच मतभेद पैदा किए जा रहे हैं. बेमौसम बारिश ने महाराष्ट्र में फसलों को बर्बाद कर दिया है. हमें इन पर चर्चा करने की जरूरत है.'
यह दूसरी बार है जब शरद पवार ने उन मुद्दों को फर्जी बताया है जिसे विपक्षी दलों के नेता उठा रहे हैं. इससे पहले उन्होंने अडानी समूह के समर्थन में बयान जारी किए थए और इस ग्रुप के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट की आलोचना की थी.
दरअसल, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल अडानी-हिंडनबर्ग विवाद की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग कर रहे हैं. पवार के बयान पर कांग्रेस ने कहा कि पवार की पार्टी के "अपने विचार हो सकते हैं" लेकिन सभी विपक्षी दल अभी भी एकजुट हैं.
हालांकि, केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने डिग्री वाले मुद्दे पर लड़ाई तेज कर दी है. आम आदमी पार्टी (आप) ने "अपनी डिग्री दिखाओ" अभियान शुरू किया और भाजपा नेताओं को भी ऐसा करने की चुनौती दी.
आप विधायक आतिशी ने कहा, 'हम एक अभियान शुरू कर रहे हैं. आपके नेता आपको हर रोज अपनी डिग्री दिखाएंगे. मेरे पास दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए की डिग्री और ऑक्सफोर्ड से दो मास्टर डिग्री है. ये सभी असली हैं.' उन्होंने कहा, 'मैं सभी नेताओं से, खासकर भाजपा नेताओं से अपनी डिग्री दिखाने के लिए कहना चाहती हूं.'
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