संजय राउत का किरीट सोमैया पर हमला, पूछा- कहां गए INS विक्रांत के लिए जमा किए पैसे
शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने बीजेपी नेता किरीट सोमैया (Kirit Somaiya) पर बड़ा आरोप लगाया है और दावा किया है कि आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) को बचाने के लिए जमा किए गए पैसों को किरीट सोमैया ने अपने बिजनेस के लिए इस्तेमाल किया.
मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने द्वारा भूमि सौदों से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कार्रवाई के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने बीजेपी नेता किरीट सोमैया (Kirit Somaiya) पर बड़ा आरोप लगाया है और सवाल किया है कि आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) को बचाने के लिए जो पैसे जमा किए थे वह कहां गए?
बीजेपी ने चलाई थी मुहिम: संजय राउत
संजय राउत (Sanjay Raut) ने किरीट सोमैया (Kirit Somaiya) पर हमला बोलते हुए कहा कि साल 2019 में आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) को बचाने के लिए बीजेपी ने मुहिम चलाई थी और लोगों से पैसे जमा किए थे. पैसे राजभवन में जमा होने थे और किरीट सोमैया ने तब राजभवन में पैसे जमा करने की बात की थी, लेकिन जब राजभवन से जानकारी मांगी तो ऐसे किसी पैसे की जानकारी नहीं मिली.
57 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप
शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने दावा किया है कि ये 57 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है. उन्होंने इस मामले में जांच की मांग की है और आरोप लगाया है कि किरीट सोमैया (Kirit Somaiya) ने जमा किए हुए पैसे अपने बिजनेस के लिए इस्तेमाल किया.
यह सिर्फ घोटाला नहीं, बल्कि राष्ट्र द्रोह है: राउत
संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि यह घोटाला सिर्फ घोटाला नहीं है, बल्कि एक राष्ट्र द्रोह है. इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि केंद्र ने किरीट सौमैया को इसलिए प्रोटेक्शन दी है, ताकि वो महाराष्ट्र की अघाड़ी सरकार पर झूठे आरोप लगाते रहें. उन्होंने कहा, 'मेरी केंद्र सरकार से अपील है कि वे इसकी सीबीआई और इनकम टैक्स विभाग से जांच करवाएं. यह राष्ट्रीय सुरक्षा, सम्मान और स्वाभिमान से जुड़ा मामला है. यह राष्ट्रद्रोह से जुड़ा मामला है.'
ईडी ने संजय राउत की पत्नी व सहयोगियों की संपत्ति कुर्क की
प्रवर्तन निदेशालय (ई़डी) ने कुछ भूमि सौदों से जुड़ी धन शोधन जांच के तहत शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी और उनके दो सहयोगियों की 11.15 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क किया है. इसके बाद संजय राउत ने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई प्रतिशोध के तहत की गई है और उनके खिलाफ ईडी के दावे विफल हो जाएंगे. वह भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर विरोधियों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते रहे हैं.
ईडी ने एक बयान में कहा कि कुर्क की गई संपत्तियां पालघर और ठाणे में भूखंड के रूप में हैं, जिनपर गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व निदेशक प्रवीण एम राउत का कब्जा है. इसके अलावा मुंबई के दादर में संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत का एक फ्लैट है और अलीबाग के किहिम बीच पर आठ भूखंड हैं जो वर्षा राउत और स्वप्ना पाटकर की संयुक्त मिल्कियत है. स्वप्ना पाटकर सुजीत पाटकर की पत्नी हैं.
ईडी के मुताबिक, सुजीत पाटकर शिवसेना के राज्यसभा सदस्य और पार्टी प्रवक्ता संजय राउत के करीबी सहयोगी हैं. एजेंसी ने पाया कि अलीबाग में भूमि सौदे में, पंजीकृत मूल्य के अलावा, विक्रेताओं को "नकद" भुगतान भी किया गया था. इसमें कहा गया है कि कुर्क की गई संपत्तियों का कुल मूल्य 11,15,56,573 रुपये है.
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