नई दिल्ली: महाराष्ट्र का राजनीतिक ड्रामा अब दिल्ली शिफ्ट हो चुका है. पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की तो इसके तुरंत बाद शिवसेना सांसद संजय राउत एनसीपी प्रमुख से मिलने उनके आवास पर पहुंचे. शरद पवार से मुलाकात के बाद संजय राउत ने कहा कि सरकार बनाने की जिम्मेदारी उनकी नहीं है, जिन लोगों के पास यह जिम्मेदारी है वे भाग रहे हैं. राउत ने ये भी कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि जल्द ही महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार बनेगी.


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सोनिया गांधी से सरकार बनाने को लेकर बात नहीं हुई: पवार
संजय राउत से पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि उन्होंने सोनिया गांधी से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने सोनिया गांधी को विस्तार से महाराष्ट्र के राजनीतिक हालात के बारे में बताया. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि इस मुलाकात के दौरान महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई. पवार से जब पूछा गया कि वह बीजेपी के साथ हैं या शिवसेना के साथ सरकार बनाएंगे? इस पर पवार ने कहा कि वह सभी के साथ हैं. पवार के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारे में अटकलों का बाजार गर्म हो गया है.


इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान एनसीपी की तारीफ की, जिस पर शरद पवार ने सदन की डिग्निटी (गौरव) की बात बताकर कुछ भी कहने से मना कर दिया.


इसी बीच केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि उन्होंने संजय राउत से बात की है. इस बातचीत के दौरान उन्होंने शिवसेना के 2 साल और बीजेपी के 3 साल मुख्यमंत्री रखने का प्रस्ताव रखा है. अठावले का दावा है कि अगर बीजेपी इसे मानती है तो शिवसेना भी इसपर राजी होने पर विचार कर सकती है.


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