मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर मची खींचतान के बीच शिवसेना (Shiv Sena) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के संबंध अब लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. शनिवार को शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की बैठक में हिस्सा लेने नहीं जाएगी. शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद राउत ने यह ऐलान किया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल, शिवसेना नेता संजय राउत से पूछा गया था कि क्या शिवसेना संसद सत्र से पहले दिल्ली में NDA की बैठक के लिए जाएगी? जवाब में राउत ने कहा, "हम एनडीए की बैठक में नहीं जाएंगे."


वहीं, महाराष्ट्र में सरकार बनाने की कोशिशों पर शिवसेना नेता ने कहा कि हमारी ठीक दिशा में बात चल रही है. बता दें कि राज्य में अभी राष्ट्रपति शासन लागू है.



बता दें कि इससे पहले शिवसेना कोटे से केंद्र की मोदी सरकार में एकमात्र कैबिनेट मंत्री अरविंद सावंत ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.


25 सालों तक शासन करेगी शिवसेना
शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के बीच हुई कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के ठीक एक दिन बाद शिवसेना के सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को कहा था कि उनकी पार्टी 'महाराष्ट्र में आगामी 25 सालों तक शासन करेगी.' मीडिया ने बातचीत के दौरान जब राउत से मुख्यमंत्री के महत्वपूर्ण पद के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, "सिर्फ पांच साल क्यों? हम 25 सालों तक महाराष्ट्र पर शासन करेंगे.." वहीं कार्यवाहक मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस पर व्यंग्य करते हुए राउत ने कहा कि उनकी पार्टी अब यह घोषणा नहीं करेगी कि 'हम ही लौटेंगे, हम ही लौटेंगे, हम ही लौटेंगे.'


मुख्यमंत्री शिवसेना के ही होंगे
वहीं, शिवसेना के नए सहयोगियों के साथ काम करने के सूत्र को लेकर राउत ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवसेना के ही होंगे, लेकिन सीएमपी की जानकारी जल्द ही उजागर की जाएगी.


वहीं अनौपचारिक संकेतों के अनुसार, शिवसेना को मुख्यमंत्री का पद मिलेगा, लेकिन वह आधे कार्यकाल (30 महीने) या पूर्ण अवधि (पांच वर्ष) के लिए होगा, अभी तक इसका खुलासा नहीं हुआ है, जबकि उप-मुख्यमंत्री एनसीपी-कांग्रेस का हो सकता है.