एकनाथ शिंदे का साथ देकर बड़ी गलती की... शिवसेना के विधायक ने क्यों कहने लगी ऐसी बात
Shiv Sena Teacket: टिकट ना मिलने से नाराज शिवसेना के विधायक श्रीनिवास वनगा ने कहा है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का साथ देकर गलती कर दी. इसके साथ ही उन्होंने शिंदे के प्रतिद्वंद्वी और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब) प्रमुख उद्धव ठाकरे को ‘देव मानुस’ बताया है.
Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए आज (29 अक्टूबर) नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है, लेकिन अभी तक राजनीतिक दलों के बीच टिकट को लेकर घमासान मचा हुआ है. इस बीच शिवसेना के विधायक श्रीनिवास वनगा ने कहा है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का साथ देकर गलती कर दी. चुनाव के लिए टिकट नहीं दिए जाने से नाराज पालघर से शिवसेना के मौजूदा विधायक श्रीनिवास वनगा ने कहा है कि उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का साथ देकर और उनकी पार्टी में शामिल होकर 'बड़ी गलती' की है.
शिवसेना ने राजेंद्र गावित को दिया टिकट
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दिवंगत सांसद चिंतामन वनगा के बेटे श्रीनिवास 2019 के विधानसभा चुनाव में अविभाजित शिवसेना के उम्मीदवार के तौर पर पालघर (अनुसूचित जनजाति) सीट से जीतकर विधायक बने थे. शिवसेना के विभाजन के बाद श्रीनिवास वनगा ने एकनाथ शिंदे का समर्थन किया था. उन्हें उम्मीद थी कि पार्टी उन्हें फिर से इस सीट से उम्मीदवार बनाएगी, लेकिन पार्टी ने पूर्व सांसद राजेंद्र गावित को टिकट दिया. राजेंद्र ने भी जून 2022 में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह के दौरान एकनाथ शिंदे का साथ दिया था. रविवार को घोषित 20 उम्मीदवारों की सूची के अनुसार, शिवसेना ने पालघर विधानसभा क्षेत्र से राजेंद्र गावित को मैदान में उतारा.
उद्धव ठाकरे को बताया 'देव मानुस'
पार्टी द्वारा उम्मीदवार नहीं बनाए जाने से नाराज श्रीनिवास वनगा ने संवाददाताओं से कहा, 'मैंने शिंदे के नेतृत्व वाले गुट में शामिल होकर बहुत बड़ी गलती की.' उन्होंने शिंदे के प्रतिद्वंद्वी और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब) प्रमुख उद्धव ठाकरे को ‘देव मानुस’ बताया. वनगा के परिवार के सदस्यों ने समाचार चैनलों से बात करते हुए विधायक की मौजूदा मानसिक स्थिति पर चिंता व्यक्त की और कहा कि उन्होंने न केवल उनसे बातचीत करना एवं खाना खाना बंद कर दिया है, बल्कि वह रो भी रहे हैं और अपनी जान को नुकसान पहुंचाने की धमकी भी दे रहे हैं.
एकनाथ शिंदे ने दिया विधान परिषद भेजने का वादा!
ऐसा बताया जा रहा है कि विधायक की स्थिति के बारे में जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने वनगा की पत्नी से संपर्क किया और उन्हें आश्वासन दिया कि उनके पति को महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य के रूप में भूमिका देने पर विचार किया जाएगा. वनगा की भावनात्मक प्रतिक्रियाओं के वीडियो सोशल मीडिया पर आए हैं. महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव 20 नवंबर को होंगे और मतों की गिनती 23 नवंबर को की जाएगी.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी भाषा)