Karnataka New CM: कांग्रेस ने कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला ले लिया है. पार्टी ने वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया को प्रदेश की कमान सौंपी है. वहीं, डीके शिवकुमार को उपमुख्यमंत्री का पद दिया है. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस ने ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला तय किया है. पहले ढाई साल सिद्धारमैया सीएम रहेंगे तो वहीं शिवकुमार आखिरी के ढाई साल इस पद पर रहेंगे.


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सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच बुधवार शाम को फोन पर बातचीत हुई थी. दोनों ने वीडियो कॉल पर बात की थी, जिसमें सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री और शिवकुमार को उपमुख्यमंत्री बनाने पर मुहर लगी. 


सूत्रों के मुताबिक, पार्टी अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने बुधवार देर रात संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल और कर्नाटक के प्रभारी महासचिव रणदीप सुरजेवाला से भी लंबी बातचीत की और फिर सिद्धरमैया तथा शिवकुमार से अलग-अलग बातचीत कर उन्हें इस फार्मूले पर राजी कर लिया गया. सूत्रों ने यह जानकारी भी दी है कि 20 मई को दोपहर 12:30 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा.


बेंगलुरु में गुरुवार शाम कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है जिसमें इसकी आधिकारिक घोषणा की जा सकती है.कर्नाटक में पार्टी विधायक दल का नेता चुनने के लिए पिछले 3 दिन से कांग्रेस में मंथन का दौर जारी था. कांग्रेस विधायक दल की गत रविवार शाम बेंगलुरु के एक निजी होटल में हुई बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर पार्टी अध्यक्ष खड़गे को विधायक दल का नेता चुनने का अधिकार दिया गया, जो कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री बनेगा.


राज्य में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनाव में कांग्रेस ने शानदार जीत हासिल करते हुए 135 सीटें अपने नाम कीं, जबकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा नीत जनता दल (सेक्युलर) ने क्रमश: 66 और 19 सीटें जीतीं.


सोनिया का शिवकुमार को संदेश


फैसला होने के बाद सोनिया गांधी ने डीके शिवकुमार से बातचीत की. सोनिया गांधी ने शिवकुमार से कहा, सिर्फ आप ही डिप्टी सीएम रहेंगे. हमें सबका सम्मान करना चाहिए. आपने जो मेहनत की है उसका इनाम आपको मिलेगा. सोनिया गांधी ने शिवकुमार से आगे कहा कि हमें लोकसभा चुनाव का एकसाथ लड़ना है. ये चुनाव हमारे लिए महत्वपूर्ण है. 


फॉर्मूले से खुश नहीं हैं शिवकुमार के भाई


इस बीच जानकारी सामने आई है कि डीके शिवकुमार के भाई और कांग्रेस सांसद डीके सुरेश पार्टी के इस फॉर्मूले से खुश नहीं हैं. उन्होंने साफतौर पर कहा है कि हम ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले से खुश नहीं नहीं हैं. कन्नड़ लोगों की खुशी के लिए ये फैसला मंजूर किया गया है. 


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