Madurai News: इस तेजी से भागती दुनिया में अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए हर किसी में होड़ मची हुई है. लोग एक-दूसरे से आगे निकलने के लिए हर तरकीब आजमा रहे हैं. इस भागदौड़ में ज्यादातर लोग परिवार और यहां तक कि माता-पिता के लिए भी समय नहीं निकाल पा रहे. इतना ही नहीं कई लोग ऐसे भी हैं जिन्हें अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए देश तक को छोड़ देना पड़ता है. लेकिन वहीं मदुरै के रमेश बाबू ने भागती हुई इस जनरेशन के लिए नजीर पेश की है. आइये आपको बताते हैं रमेश बाबू के अनोखे कदम के बारे में.


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बनवाया माता-पिता का मंदिर


तमिलनाडु के मदुरै में रहने वाले रमेश बाबू पुलिस सेवा में कार्यरत थे. वे एक सेवानिवृत्त एसआई हैं. रमेश बाबू ही वो शख्स हैं जिन्होंने अपने माता-पिता के याद में मंदिर बनवाया है. इतना ही नहीं वे रोज इस मंदिर में मां-पिता की मूर्ति के सामने बैठकर वक्त बिताते हैं और उनकी पूजा करते हैं.



रिटायरमेंट के बाद शुरू हुई ये यात्रा


भले ही रमेश बाबू भी हर एक मध्यम वर्ग परिवार के मुखिया की तरह अपने व्यस्त जीवन में व्यस्थ थे. लेकिन जैसे ही उन्हें मौका मिला उन्होंने मंदिर बनाने के लिए अपनी यात्रा शुरू कर दी.


माता-पिता के प्रति असीम आस्था


इस बारे में पूछे जाने पर रमेश बाबू ने बताया कि मैं उनके (माता-पिता) लिए एक मंदिर बनाना चाहता था लेकिन काम ने मुझे व्यस्त रखा. इसलिए मैंने इसे सेवानिवृत्ति के बाद बनाया और हर दिन उनकी पूजा करता हूं. इस मंदिर को बनाने के बाद मेरे माता-पिता निधन हो गाय, लेकिन वे आज भी इस मंदिर में और मेरे जीवन में हर पल साथ हैं.



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