Srishti rescue operation: मध्यप्रदेश के सीहोर में एक मासूम बच्ची खुले बोरवेल में गिर गई थी. करीब 50 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भी एनडीआरएफ (NDRF) की टीम मासूम सृष्टि बचा नहीं पाई. इस रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए राहत बचाव दल ने दिन रात एक कर दिया. अंत में एनडीआरएफ की टीम और अन्य लोगों ने मिलकर बच्ची को बोरवेल से बाहर निकाल लिया. एक अधिकारी ने कहा कि सहयोगियों की मदद से बच्ची को बोरवेल से बाहर निकालने के तुरंत बाद एम्बुलेंस से जिला अस्पताल ले जाया गया है. इसके बाद खबर आई कि बच्ची को नहीं बचाया सका.


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क्या था पूरा मामला?


सीहोर जिले के मुंगावली गांव में मंगलवार दोपहर राहुल कुशवाहा की ढाई साल की बच्ची सृष्टि घर के पास ही खेत में खेल रही थी, इसी बीच वह खुले बोरवेल में जा गिरी. बच्ची पहले 25 फुट की गहराई पर थी और उसके बाद से वह लगातार नीचे खिसकती जा रही थी. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के दल बचाव काम में लगे हुए थे. बुधवार को सेना को राहत और बचाव कार्य में लगाया गया था. बच्ची को हुक के जरिए बाहर निकालने की कोशिश हुई, मगर नाकामी हाथ लगी. ऊपर आने की बजाय बच्ची हुक से गिरकर सौ फुट से ज्यादा नीचे जा पहुंची.


बच्ची को सुरक्षित निकालने में पोकलेन और जेसीबी की मदद ली जा रही थी. बच्ची को बचाने के लिए रोबोट का भी सहारा लिया जा रहा था. वहीं ऑक्सीजन की सप्लाई भी चालू थी. गांव में हर तरफ बच्ची की सुरक्षा और सलामती के लिए दुआओं का दौर चल रही थी.


50 घंटे का ऑपरेशन हो गया फेल


करीब 50 घंटे चले राहत बचाव कार्यक्रम के बाद मासूम बच्ची को बाहर निकाल लिया गया. रेक्स्यू ऑपरेशन के बाद तुरंत बच्ची को अस्पतातल ले जाया गया. जहां उसके मृत होने की पुष्टि कर दी गई. अधिकारी ने मासूम सृष्टि के मौत की पुष्टि की. आपको बता दें कि सीहोर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह जिला भी है.


(इनपुट: एजेंसी)