लखनऊ: कानपुर पुलिस हत्याकांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद प्रशांत कुमार, एडीजी (कानून व्यवस्था), उत्तर प्रदेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि 8 पुलिसकर्मियों के शहीद होने के मामले में आरोपी विकास दुबे पुत्र राम कुमार दुबे को उज्जैन में मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद यूपी एसटीएफ के द्वारा कानपुर लाया जा रहा था फिर जब वो भागने की कोशिश करने लगा तो उसका एनकाउंटर किया गया. 


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प्रशांत कुमार ने आगे कहा कि कानपुर के पास सुबह 6.30 बजे के करीब पुलिस का वाहन पलट गया. जिसके बाद वो हथियार छीन कर भागने की कोशिश करने लगा तो पुलिसकर्मियों ने उसे आत्म समर्पण करने को कहा लेकिन विकास दुबे ने जान से मारने के लिए पुलिस टीम पर फायरिंग की. जिसके बाद सेल्फ डिफेंस में यूपी एसटीएफ ने उसे मारा, फिर उसे हॉस्पिटल ले जाया गया जहां डॉक्टरों उसे ने मृत घोषित कर दिया.


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उन्होंने आगे कहा कि मुठभेड़ में पुलिसकर्मियों को भी चोट लगी है. एसटीएफ के दो कमांडो भी घायल हो गए हैं जिनका इलाज चल रहा है.


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ए़डीजी ने बताया कि कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों के शहीद होने के मामले में कुल 76 लोगों के खिलाफ आरोप है, जिनमें से 12 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है.