हावड़ा: बंगाल (West Bengal) में भारत माता (bharat mata) की पूजा करने के मुद्दे पर विवाद खड़ा हो गया है. हावड़ा में पुलिस और बीजेपी  (bjp) कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए हैं. पुलिस ने कई बीजेपी कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया है. 


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इस पूरे विवाद की शुरुआत 23 जनवरी (नेताजी सुभाष चंद्र बोस) के जन्म दिवस पर हुई जब बीजेपी के कार्यकर्ता भारत माता की पूजा कर रहे थे. हावड़ा जिले के बेट्रा थाने के अंतर्गत पुलिस के अनुमति के बगैर पूजा करने पर उनको रोका गया.


इसके बाद बीजेपी युवा मोर्चा ने यह फैसला लिया था की गणतंत्र दिवस पर जिले भर में भारत माता की पूजा  करेंगे और इसके लिए बीजेपी के युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष ने जिला प्रशासन को ईमेल (EMAIL) भेज कर अनुमति मांगी. पुलिस ने उन्हें जिले के सभी थानों पर 25 जनवरी को दोपहर 12 आने के लिए कहा, लेकिन समय पर नहीं पहुंच पाने की वजह से पुलिस ने पूजा करने की अनुमति नहीं दी. 


अनुमति ना मिलने पर रविवार सुबह बीजेपी के कार्यकर्ता गोलाबारी थाने के सामने भारत माता की पूजा करने लगे. इसके बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई.  पुलिस ने बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया. पुलिस पर आरोप लगा कि उसने मूर्तिकार पर भी बीजेपी कार्यकर्ताओं को मूर्ति ना बेचने दवाब डाला. 


वहीं तृणमूल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अरूप रॉय ने कहा कि बीजेपी के आरोप झूठे हैं. उन्होंने कहा कि यह सब लाइम लाइट में आने के लिए किया जा रहा है, अगर कोई रास्ते में पूजा करता है तो उसे पुलिस से परमिशन लेनी पड़ती है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब जबरन दंगा कराने के लिए करवाया जा रहा है, दिल्ली के नेतृत्व द्वारा ये सब किया जा रहा है. अगर पुलिस इजाजत देती है  तो जरूर पूजा की जानी चाहिए. 


वही बीजेपी के युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष ओम प्रकाश मिश्रा ने टीएमसी और पुलिस पर तुष्टिकरण की राजनीती करने का आरोप लगाया.