नई दिल्‍ली: बिहार चुनाव के शुरुआती रुझान में महागठबंधन को बढ़त मिलती दिख रही है. इस वक्‍त 100 सीटों पर रुझान आ गए हैं. उनमें से 62 सीटों पर महागठबंधन आगे चल रहा है. वहीं दूसरी तरफ नीतीश कुमार के नेतृत्‍व में एनडीए पिछड़ती दिख रही है. एनडीए 38 सीटों पर आगे दिख रही है. राज्‍य की 243 सीटों में से बहुमत के लिए 122 सीटों की जरूरत है.


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नीतीश का भविष्य दांव पर
बिहार में चुनाव प्रचार के दौरान हर दौर में नीतीश ने अपने सुशासन की दुहाई दी और जनता से समर्थन मांगा...लेकिन ज़मीनी हक़कीत का शायद उन्हें एहसास चरण दर चरण और रैली दर रैली होने लगा था, तभी तो आखिरी चरण में नीतीश ने आखिरी दांव खेला. नीतीश कुमार के इस बयान के आते ही राजनीतिक पंडितों ने इसके मायने तलाशना शुरू किया. किसी ने इसे आखिरी चरण से जोड़ा, किसी को ये संन्यास का ऐलान लगा तो किसी को इसमें सहानुभूति वाली सियासत नजर आई थी. शुरुआती रुझानों में नीतीश कुमार की सरकार जाती नजर आ रही है.


खूब चला रैलियों का दौर
रैलियों से लेकर सभाओं तक और भाषणों से लेकर बयानबाजियों तक जो भी मेहनत की गई है आज उसका निष्कर्ष सबके सामने आ जाएगा. अब से कुछ ही देर में EVM में कैद वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी. रैलियों का दौर भी खूब चला. नीतीश कुमार ने लगभग हर विधानसभा में खुद ही प्रत्याशियों के लिए वोट मांगा तो तेजस्वी यादव ने दो सौ से ज्यादा रैलियां करके एक अलग ही रिकॉर्ड बना दिया.


जमकर हुईं निजी टिप्पणियां
वैसे तो इन चुनावों में NDA और महागठबंधन के बीच शुरुआत इस बात को लेकर हुई कि आखिर किसकी सरकार बेहतर थी या फिर किसका राज सही था. मगर इस मुद्दे से भटककर बातें निजी टिप्पणियों तक भी पहुंच गईं. यही नहीं निजी टिप्पणियों के साथ साथ कुछ चौंकाने वाली तस्वीरें भी चुनावी रैलियों में देखने को मिलीं. कभी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर चप्पल फेंकी गई तो कभी सीएम नीतीश कुमार की रैली में लालू यादव (Lalu Prasad Yadav) की जय जयकार होने लगी. दो बार तो कांग्रेस नेताओं का मंच ही गिर पड़ा.


ये रहे बड़े वादे
तेजस्वी यादव ने चुनाव जीतते ही दस लाख नौकरियां देने का वादा किया तो नीतीश कुमार ने नई सरकार के साथ निश्चय पार्ट टू को पूरा करने का वादा किया. बीजेपी ने तो 19 लाख नौकरियों के साथ-साथ हर बिहारवासी को कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) मुफ्त देने का वादा तक कर दिया.