नई दिल्ली : तमिलानाडु में एक बधिर नाबालिग के साथ 18 लोगों द्वारा पिछले 7 महीने से रेप करते रहने की घटना सामने आई है. दिल दहला देने वाली इस घटना में 11 साल की बच्ची को एक अपार्टमेंट के 18 लोगों ने लगातार उसे अपनी हवस का शिकार बनाया. आरोपियों में अपार्टमेंट को सिक्योरिटी गार्ड से लेकर, लिफ्ट ऑपरेटर, पानी सप्लाई करने वाला तथा अन्य लोग शामिल हैं. आरोप है कि ये सभी लोग बच्ची को कोल्ड ड्रिंक्स या अन्य खाने-पीने की चीजों में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे अपनी हवस का शिकार बनाते थे. और रेप का वीडियो भी बनाते थे. 


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इस घटना के बारे में तब पता चला जब पीड़िता ने अपने बहन से पेट में दर्द की शिकायत की. बहन ने जब पीड़िता के शरीर की जांच की तो उसे अपनी बहन के साथ कुछ गलत होने का अंदेशा हुआ. उसने यह बात अपने माता-पिता को बताई. माता-पिता अपनी मासूम बेटी को लेकर डॉक्टर के पास गए. डॉक्टर ने बच्ची की जांच करने के बाद उसके साथ यौन उत्पीड़न होने की बात कही. यह सुनकर घरवालों के होश उड़ गए.


बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई गई. पुलिस ने इस मामले में 18 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि बच्ची के साथ सबसे पहले 66 वर्षीय लिफ्ट ऑपरेटर ने दुष्कर्म किया था. इसके बाद अन्य लोग भी बच्ची के साथ दुष्कर्म करने लगे.


दरिंदगी की हद हुई पार, अपार्टमेंट में 11 साल की बच्ची के साथ 18 लोग 7 महीने तक करते रहे बलात्कार


पुलिस ने बताया कि पकड़े गए सभी लोग एक प्राइवेट कंपनी के कर्मचारी हैं और इस अपार्टमेंट में विभिन्न कामों के लिए तैनात हैं. पुलिस ने बताया कि इस अपार्टमेंट में कई फ्लैट्स खाली भी है. पुलिस को शक है कि आरोपी इन खाली फ्लैट्स में बच्ची के साथ दुष्कर्म करते थे.



वकीलों ने की धुनाई
पकड़े गए सभी आरोपियों को मंगलवार को चेन्नई की महिला कोर्ट में पेश किया गया. यहां जब आरोपियों को लाया गया तो कोर्ट में मौजूद वकील आरोपियों को देखकर भड़क गए और कुछ वकीलों ने तो आरोपियों की धुनाई तक कर डाली. पुलिस ने बीच-बचाव करके बड़ी मुश्किल ने आरोपियों को वकीलों से चंगुल से छुड़ाया. 



केस ना लड़ने का फैसला
उधर, चेन्नई हाई कोर्ट बार एडवोकेट एसोसिएशन ने सर्वसहमति से फैसला किया है कि कोई भी वकील इस आरोपियों की तरफ से केस नहीं लड़ेगा. एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहन कृष्णा ने बताया कि उनकी एसोसिएशन को कोई भी वकील आरोपियों का केस नहीं लड़ेगा.