नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एलएनजेपी अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर असीम गुप्ता के घर जाकर 1 करोड़ की सम्मान राशि का चेक उनके परिवार को सौंपा. वरिष्ठ डॉक्टर असीम गुप्ता की पिछले दिनों कोरोना से मृत्यु हो गई थी. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने परिवार को सांत्वना भी दी. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने जो 1 करोड़ का चेक दिया है, वह बहुत छोटी राशि है, एक तरह से किसी के जान की कोई कीमत नहीं होती.  एक तरह से यह सम्मान देने वाली बात है. इसके अलावा भी कभी भी परिवार को किसी तरह की कोई परेशानी होगी तो मैं भाई की तरह हूं. निसंकोच मुझे बताएं.


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 मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना के कारण जान गंवाने वाले स्वर्गीय असीम गुप्ता जी के परिवार से मिला, उन्हें एक करोड़ की सम्मान राशि दी. हम "पीपुल्स डॉक्टर" को वापस लाने के लिए कुछ नहीं कर सकते, लेकिन यह हमारा कर्तव्य है कि जो हमारे लिए अपना जीवन लगाते हैं, हम उनके परिवारों को सहयोग दें.


मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल  दोपहर करीब 12 बजे एलएनजेपी अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर असीम गुप्ता के दिलशाद गार्डन स्थित आवास पहुंचे. जहां उन्होंने पुष्प अर्पित कर डॉ. असीम गुप्ता को श्रद्धांजलि दी और परिवार के सदस्यों से मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने परिवार के सदस्यों को भरोसा दिलाया कि दिल्ली सरकार हर पल उनके साथ खड़ी है. मुख्यमंत्री ने डॉक्टर असीम गुप्ता की पत्नी डा. निरुपमा को 1 करोड़ की सम्मान राशि का चेक सौंपा.


बता दें कि डॉक्टर असीम गुप्ता एलएनजेपी अस्पताल में एनेस्थेलाॅजिस्ट थे. उनकी ड्यूटी आईसीयू में थी. पिछले कुछ महीनों से करोना के मरीजों का इलाज करने की उनकी ड्यूटी चल रही थी. उन्हें भी कोरोना हो गया और उनकी मृत्यु हो गई.


परिवार से मिलने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि डॉ. असीम गुप्ता दिल्ली में कोरोना के मरीजों का इलाज करते-करते शहीद हो गए, यह हमलोगों के लिए बहुत बड़ा लॉस है. डॉक्टर, नर्सेज, पैरा मेडिकल स्टाफ इस वक्त दिल्ली में कोरोना से लड़ते हुए, जिस तरह लोगों की जान बचा रहे हैं, यही कोरोना के खिलाफ जंग में इस वक्त हमारा सबसे बड़ा सहारा हैं. डॉ. असीम गुप्ता जैसे लोग विरले  होते हैं. मैंने एलएनजेपी में भी उनके कई सहकर्मियों से बात की. एलएनजेपी के हेड डॉ. सुरेश जी भी यहां मौजूद हैं. सब लोग बताते हैं कि किस तरह डॉ. असीम गुप्ता बढ़-चढ़कर कोरोना के मरीजों की सेवा करते थे. उन्होंने कभी इस बात की परवाह नहीं कि की उन्हें कोरोना हो जाएगा.



कॉलोनी में रहने वाले लोग भी बता रहे हैं कि यहां भी किसी को कुछ हो जाता था तो डॉ. असीम गुप्ता सबसे आगे रहते थे. मैं अभी उनके परिवार से मिला. डॉ. निरुपमा उनकी पत्नी हैं, वह भी डॉक्टर हैं और नोएडा में काम करती हैं. मेरा इनको यही कहना है कि अभी हमने जो 1 करोड़ का चेक दिया है, वह बहुत छोटी राशि है, किसी की जान की कोई कीमत नहीं होती. ये सम्मान है उनको. 


दिल्ली में कोरोना के मामलों को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस के खिलाफ काम में काफी तेजी आई है. पिछले 15-20 दिन या एक महीना पहले जो दिल्ली की स्थिति थी, जितनी तेजी से लॉकडाउन खुलने के बाद कोरोना बढ़ना शुरू हुआ, उसके मुताबिक जो दिल्ली में 30 जून तक अनुमान था कि 60 हजार एक्टिव केस होंगे लेकिन आज दिल्ली में सिर्फ 25000 एक्टिव केस हैं. यह सब लोगों की मेहनत का मिलाजुला असर है. पूरा समाज, दिल्ली के दो करोड़ लोग, सारी सरकारें एक साथ आईं, तभी यह संभव हुआ है. अब दिल्ली में एक डाउनवार्ड ट्रेंड देखने को मिल रहा है.  हालांकि  इसका मतलब यह नहीं कि हम हाथ पर हाथ रखकर बैठ जाएंगे, हमें तैयारी पूरी रखनी है, वह कर रहे हैं. मैं ऊपर वाले से प्रार्थना करता हूं कि दिल्ली में डाउनवार्ड ट्रेंड बना रहे और हमें कोरोना से जल्द से जल्द निजात मिले.


कोरोना वैक्सीन जल्द बनने की उम्मीद के सवाल पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि  हम ऊपर वाले से दुआ करते हैं कि जल्द से जल्द करोना की वैक्सीन निकले और देश को ही नहीं, पूरी दुनिया को कोरोना से राहत मिल सके.


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