कोलकाता: लोकसभा चुनाव में करारी हार मिलने के बाद तृणमूल कांग्रेस अब सूबे के पुरोहितों के जरिए हिंदू कार्ड खेलने की तैयारी में है. दरअसल, हिंदू मतदाताओं के दिल में एक बार फिर अपनी जगह बनाने के लिए पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार जल्‍द पुरोहितों की पेंशन देने की घोषणा कर सकती है. जिसके संकेत शुक्रवार को ममता बनर्जी सरकार में मंत्री राजीव बनर्जी ने दिए हैं.


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पश्‍चिम बंगाल सरकार में मंत्री राजीव बनर्जी ने शुक्रवार को सभी पुरोहितों से मुलाकात कर उन्हें आश्वासन दिया है कि जल्द से जल्द उनके पेंशन की व्यवस्था कर दी जाएगी.


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मुलाकात के बाद, उन्‍होंने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस सनातन ब्राह्मण ट्रस्ट नामक संगठन को मज़बूत करना चाहती है. उन्‍होंने कहा कि राज्‍य में रहने वाले ब्राह्मण लंबे समय से पेंशन की मांग कर रहे थे.


उन्‍होंने कहा कि इस योजना को शुरू करने से पहले सूबे के सभी ब्राह्मणों को परिचय पत्र जारी करने होंगे. इसके अलावा, बेघर घर ब्राह्मणों को रहने के लिए छत देनी होगी. जिले में संस्कृत कॉलेज का निर्माण करना होगा और पुरोहितो को स्‍वास्‍थ्‍य बीमा देना होगा. वहीं, बुजुर्ग पुरोहितों के लिए पेंशन देने का प्रावधान किया जाएगा. वहीं इस कवादय के दौरान भगवान का नाम लेने से संगठन अब भी परहेज कर रहा है.



उल्‍लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही बीजेपी ने कोलकाता में एक पुरोहित सम्मलेन का आयोजन किया था. जिसके बाद, आज ही तृणमूल ने इस तरह का एक फैसला ले लिया. वहीं, तृणमूल के इस कदम को लेकर सियासी कलियारों में चर्चा है कि राजनैतिक उद्देश्य को पूरा करने के लिए तृणमूल ने सनातन ब्राह्मण ट्रस्ट को अपनी तरफ खीचने की कोशिश की है.