आदि महोत्सव के जरिए लद्दाख की संस्कृति और विकास पर फोकस: केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा
जम्मू कश्मीर से धारा 370 खत्म होने के बाद और लद्दाख के केन्द्र शासित प्रदेश बनने के बाद लेह में अब आदि महोत्सव की शुरूआत होगी. लेह में 9 दिवसीय आदि महोत्सव की शुरूआत 17 अगस्त से होगी.
नई दिल्ली: केन्द्रीय जनजाति मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने Zee News से बातचीत में कहा कि धारा 370 खत्म करने के बाद आदि महोत्सव का पहला आयोजन लेह लद्दाख में हो रहा है. 370 खत्म होने की खुशी लद्दाख में देखी जा सकती है. आदि महोत्सव के माध्यम से सरकार लद्दाख की संस्कृति और यहां के विकास पर पूरा फोकस करेगी. आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर से धारा 370 खत्म होने के बाद और लद्दाख के केन्द्र शासित प्रदेश बनने के बाद लेह में अब आदि महोत्सव की शुरूआत होगी. लेह में 9 दिवसीय आदि महोत्सव की शुरूआत 17 अगस्त से होगी.
गवर्नर सत्यपाल मलिक और केन्द्रीय जनजाति मंत्री अर्जुन मुंडा करेंगे उद्घाटन
आदि महोत्सव का उद्घाटन गवर्नर सत्यपाल मलिक और केन्द्रीय जनजाति मंत्री अर्जुन मुंडा करेंगे. जानकारी के मुताबिक लेह के पोलो ग्राउंड में लद्दाख के आदिवासी संस्कृति, शिल्प, जनजातीय कला, जड़ी बूटियों संरक्षण और व्यापारिक प्लेटफ़ॉर्म देने के लिए आदि महोत्सव का आयोजन हो रहा है. आदि महोत्सव के माध्यम से केन्द्र सरकार लद्दाख के हैंडीक्रॉफ्ट और अन्य स्थानीय उत्पादों को व्यापारिक प्लेटफ़ॉर्म उपलब्ध कराएगी.
आदि महोत्सव की शुरूआत पर गृहमंत्री अमित शाह ने भेजा पत्र
गृहमंत्री अमित शाह ने आदि महोत्सव की शुरूआत पर पत्र के माध्यम से अपना संदेश लद्दाख को भेजा है. अमित शाह ने कहा कि आदि महोत्सव में लोक नृत्य, ललित कला के प्रदर्शन के साथ साथ ट्राइबल आर्टस क्राफ़्ट, हरबल मेडिसिन, आदि को प्रदर्शित किया जाएगा, इस माध्यम से जन जातीय लोगों को आर्थिक संपन्नता के अवसर प्राप्त होंगे. आपको बता दें कि आदि महोत्सव में 20 राज्यों के 160 जनजातीय कलाकार हिस्सा लेंगे. इसमें जनजातीय मंत्रालय का TRIFED विभाग आदिवासियों के लिए एक मार्केट डेवलेपर के तौर पर काम करेगा. TRIFED के महानिदेशक प्रवीर कृष्णा ने Zee News से बातचीत में कहा कि केन्द्र सरकार आदिवासियों के विकास के कटिबद्ध है. हम लद्दाख के लोगों को उनके उत्पादों और कला का प्रोत्साहन करेंगे.