महेश परिहार/झालावाड़: राजस्थान के झालावाड़ के जिला चिकित्सालय और मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही व अव्यवस्थाओं से परेशान होकर देर रात मरीजों के परिजनो ने जमकर हंगामा कर दिया. वहीं, मामले की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे अस्पताल अधीक्षक डॉ. दीपक गुप्ता ने मरीजों के परिजनों से अभद्रता करते हुए उन्हें धक्के मारकर इमरजेंसी से बाहर निकाल दिया.


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मरीजों के परिजन के मुताबिक अधीक्षक के इशारे पर मौके पर पहुंचे रेजिडेंट डॉक्टर्स ने भी गांव से अस्पताल में आए गरीब लोगों से धक्का-मुक्की कर अभद्रता की. मामले से गुस्साए मरीजों के परिजनों ने काफी देर तक इमरजेंसी के बाहर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया.


जानकारी के अनुसार झालावाड़ के जिला एसआरजी अस्पताल की इमरजेंसी मे कुछ मरीज भर्ती थे, लेकिन यहां की अव्यवस्थाओं के चलते ड्यूटी पर मौजूद रेजीडेंट डॉक्टर्स ने उन पर ध्यान नहीं दिया. इस पर मरीजों के परिजनो ने हंगामा कर दिया. वहीं इमरजेंसी वार्ड में झालावाड़ सांसद दुष्यंत सिंह के निजी सहायक नागेश शर्मा का परिजन भी भर्ती था. 


जब इसकी बदसलूकी की सूचना सांसद के सहायक नागेश शर्मा को मिली तो वह भी मौके पर पहुंचे. जिनकी अस्पताल अधीक्षक डॉ दीपक गुप्ता से जमकर कहासुनी हुई. इस दौरान अस्पताल अधीक्षक डॉ दीपक गुप्ता ने गुस्से में आकर कई मरीजों के परिजनों को धक्के मारते हुए इमरजेंसी से बाहर निकाल दिया.


अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर दीपक गुप्ता की बदतमीजी से गुस्साए मरीजों के परिजनों ने इमरजेंसी के बाहर अस्पताल परिसर में काफी देर तक जमकर नारेबाजी कर हंगामा किया. इसके बाद तीमारदारों का गुस्सा देखकर अधीक्षक वहां से भाग खडे हुए. हालांकि, बाद मे उनके इशारे पर मौके पर पहुंचे कई रेजिडेंट डॉक्टर्स ने मरीजों के परिजनों से अभद्रता करते हुए धक्का-मुक्की की. 


वहीं, हालात बिगड़ता देख अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची व हालात को काबू में किया. हालांकि डॉक्टर्स की गुंडागर्दी से मरीज के परिजन अब भी नाराज हैं और पुलिस प्रशासन से इनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.