मुंबई: 21वीं सदी में भले महिला और पुरुषों की बराबरी की बात की जाती हो, लेकिन मुंबई का जेजे अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज ऐसा नहीं मानता है. कॉलेज के एक कल्चरल फंक्शन में लड़कियों को छोटे कपड़े पहनने के लिए साफ मना कर दिया गया. इतना ही नहीं, उनके वापस हॉस्टल आने के टाइम पर भी पाबंदी बढ़ा दी गई. कॉलेज में पढ़ रही छात्राओं का कहना है कि इस तरह का बर्ताव बिल्कुल गलत है, लेकिन कॉलेज के डीन का मानना है कि छात्राओं की सुरक्षा बनी रहे इस वजह से यह फैसला लिया गया था.


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मुंबई के जेजे अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज को काफी चर्च‍ित है. मुंबई से ही नहीं पूरे महाराष्ट्र से इस अस्पताल में इलाज करवाने के लिए मरीज आते हैं. शनिवार 23 मार्च को कॉलेज का एक कल्चरल इवेंट था, जिसमें कॉलेज के प्रशासन ने वॉट्सएप के जरिए सारी छात्राओं को एक मैसेज जारी किया, जिसमें लिखा गया था के कोई भी लड़की स्कर्ट या छोटे कपडे`नहीं पहन सकती. इतना ही नहीं लड़कियों को रोज रात 10 बजे तक अपने हॉस्टल पहुंचना पड़ेगा. इस बात पर छात्राओं ने आपत्ति जताई और इस बात का प्रदर्शन भी किया था. जेजे अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज के डीन अजय चंदनवाले का कहना है कि यह सर्कुलर हमने केवल उनको सबक सिखाने के लिए निकाला था, क्योंकि होली के पार्टी में कई छात्रों द्वारा छेड़छाड़ की गई थी. हम जल्द ही इस पाबंदी को हटा देंगे.


नाम गुप्त रखने की शर्त पर कुछ छात्राओं ने ज़ी न्यूज़ से बात करते हुए इस बात का भी खुलासा किया कि एक तरफ हॉस्टल के लेडीज टॉयलेट में खिड़कियां भी सही ढंग की नहीं हैं. कॉलेज और हॉस्टल के बाथरूम की छत भी बहुत कमजोर है. लेकिन कॉलेज प्रशासन यह सब ठीक करने की बजाय इस तरह की पाबंदी लगा रहा है.