कर्नाटक : विधानसभा में बोले CM कुमारस्वामी, `हमें बहुमत साबित करने की अनुमति चाहिए`
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गुरुवार को बेंगलुरु में विधानसभा स्पीकर रमेश कुमार से मिले थे 10 बागी विधायक.
नई दिल्ली : कर्नाटक की कांग्रेस-जेडीएस सरकार पर मंडरा रहे संकट के बीच आज सुप्रीम कोर्ट ने 10 बागी विधायकों और स्पीकर की याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई की.इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने स्पीकर रमेश कुमार को फटकार लगाते हुए पूछा कि क्या स्पीकर सुप्रीम कोर्ट की शक्ति को चुनौती दे रहे हैं. मामले की अगली सुनवाई 16 जुलाई को होगी. साथ ही आज ही कर्नाटक विधानसभा का मॉनसून सत्र भी शुरू हुआ.
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कर्नाटक विधानसभा के मॉनसून सत्र के पहले दिन की कार्यवाही के बाद कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को बेंगलुरु के होटल क्लार्क्स एक्सोटिका कंवेंशन रिसॉर्ट्स में ठहरा दिया है. वहीं बीजेपी ने अपने सभी विधायकों को बेंगलुरु के रमाडा होटल में ठहरा दिया है.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने मॉनसून सत्र के दौरान विधानसभा में स्पीकर केआर रमेश कुमार से कहा कि इस पूरे घटनाक्रम के बाद, मैं आपसे इस सत्र में अपनी सरकार का बहुमत साबित करने के लिए अनुमति और समय की मांग करता हूं.
कर्नाटक मामले में सुप्रीम कोर्ट अब मंगलवार को सुनवाई करेगा. अगली सुनवाई तक कर्नाटक मामले की यथास्थिति बरकरार रहेगी.
कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी की ओर से उनके वकील राजीव धवन ने सुप्रीम कोर्ट में दलील दी है कि कर्नाटक में सरकार अल्पमत में हैं. किसा आधार पर सुप्रीम कोर्ट से किस आधार पर मामले में दखल के लिए कहा गया.
सुप्रीम कोर्ट में कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर केआर रमेश कुमार के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि हम सिर्फ कोर्ट को प्रक्रिया बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह स्पीकर की छवि खराब करने की कोशिश है.
सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर रमेश कुमार को फटकार लगाई है. इस दौरान सीजेआई ने कहा है कि क्या स्पीकर सुप्रीम कोर्ट की शक्ति को चुनौती दे रहे हैं.
बागी विधायकों के वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि इस्तीफे पर फैसला लेने का विधानसभा में स्पीकर के अधिकार क्षेत्र से कोई लेना-देना नहीं है. स्पीकर का मकसद इस्तीफे को पेंडिंग रखकर विधायकों को अयोग्य करार देने का है. ताकि ऐसे में इस्तीफे निष्प्रभावी हो जाएं. रोहतगी ने यह भी कहा कि अगर स्पीकर इस्तीफे पर फैसला नहीं लेते तो यह सीधे सीधे अदालत की अवमानना है.
स्पीकर की तरफ से वकील मनु सिंघवी ने दलील देनी शुरू की. वहीं बागी विधायकों के वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि विधायकों के इस्तीफे देने का सिलसिला एक जुलाई से शुरू हो गया था लेकिन स्पीकर इस्तीफे मंजूर न करके उन्हें अयोग्य घोषित करना चाह रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस-जेडीएस के 10 बागी विधायकों की याचिका पर सुनवाई शुरू हो गई है. इसके साथ ही आज ही विधानसभा स्पीकर रमेश कुमार की याचिका पर भी आज सुनवाई होनी है.
कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर केआर रमेश कुमार ने शुक्रवार को पांच बागी विधायकों में से तीन विधायकों को शाम 4 बजे मुलाकात का समय दिया है. इन पांच बागी विधायकों के इस्तीफा निर्धारित रूपरेखा में थे.
कर्नाटक के 10 बागी विधायकों ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद बेंगलुरु जाकर विधानसभा स्पीकर रमेश कुमार से मुलाकात की थी. सुप्रीम कोर्ट ने सभी से अपने इस्तीफे की जानकारी स्पीकर को देने को कहा था. इसके बाद सभी बागी विधायक गुरुवार देर रात मुंबई वापस चले गए हैं. सभी रेनेसैंस मुंबई कंवेन्शन सेंटर होटल में ठहरे हैं. आज सुप्रीम कोर्ट फिर बागी विधायकों की याचिका पर सुनवाई करेगा.