भोपाल: मध्य प्रदेश में बिहार के विधानसभा के चुनाव के साथ उप-चुनाव होना तय हो गया है. भाजपा उप-चुनाव में जीत के लिए सियासी बिसात पर संभलकर और सधी हुई चाल चलने की रणनीति पर अमल करने में लगी है. यही कारण है कि वह विधानसभा क्षेत्रवार प्रमुख कार्यकर्ताओं के जरिए जमीनी नब्ज टटोलने की कोशिश में लगी है.


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राज्य में आगामी समय में 27 विधानसभा क्षेत्रों में उप-चुनाव होने वाले हैं. इनमें से 25 ऐसे क्षेत्र हैं जहां के कांग्रेस के तत्कालीन विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थामा है. इन क्षेत्रों में भाजपा की जमीनी स्थिति क्या है, पार्टी को किस रणनीति पर आगे बढ़ना चाहिए, यह जानने के मकसद से विधानसभा वार प्रमुख कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई जा रही हैं.


भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्रों के प्रमुख कार्यकर्ताओं की बैठकें कर रहे हैं. मुरैना, भिंड व ग्वालियर के कुछ विधानसभा क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं की पिछले दिनों ही बैठक हुई थी, जिसमें कार्यकर्ताओं ने अपनी बात कही थी. अब दोनों नेताओं ने शुक्रवार को गुना, अशोक नगर के विधानसभा क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं से संवाद किया और जमीनी स्थिति को जाना.


सूत्रों का कहना है कि कार्यकर्ताओं ने उन स्थितियों से अपने नेताओं को अवगत कराया है, जो चुनाव के समय मुसीबत बन सकता है.


दोनों नेताओं शर्मा व तोमर ने कार्यकर्ताओं की ताकत का जिक्र किया और कहा कि कार्यकर्ता की मेहनत और परिश्रम से ही पार्टी की ताकत लगातार बढ़ी है. साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाया कि पार्टी में उनका महत्व कभी कम नहीं हो सकता.


29 नवंबर से पहले उप-चुनाव
राजनीति के विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा के लिए उप-चुनाव में जीत दर्ज करना है तो उसे कार्यकर्ताओं के असंतोष को कम तो करना ही होगा, क्योंकि कांग्रेस से आए नेताओं को उम्मीदवार बनाए जाने से पुराने कार्यकर्ताओं को अपना भविष्य अंधकार में नजर आने लगा है. भाजपा का कार्यकर्ता पार्टी छोड़कर तो कम ही जाएगा, मगर चुनाव में शांत बैठ सकता है. ऐसे में संगठन और सरकार से जुड़े लोगों को प्रमुख कार्यकर्ताओं को भरोसा तो दिलाना ही होगा और पार्टी वही कर भी रही है.


भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष शर्मा और केंद्रीय मंत्री तोमर शनिवार को शिवपुरी के पोहरी व करैरा और दतिया के भांडेर विधानसभा क्षेत्र के प्रमुख कार्यकर्ताओं से संवाद करने वाले है. साथ ही दतिया मे पार्टी कार्यालय के भूमिपूजन कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे.


चुनाव आयोग ने शुक्रवार को ही बिहार के विधानसभा चुनाव के साथ मध्य प्रदेश सहित अन्य क्षेत्रों में उप-चुनाव कराने का ऐलान किया है. यह चुनाव 29 नवंबर से पहले हो जाएंगे.


इनपुट: IANS


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