रौशन शर्मा/राजस्थान: जयपुर की चारदिवारी क्षेत्र में बढ़ते ट्रैफिक दवाब को कम करने में मेट्रो मददगार साबित होने जा रही है. जयपुर मेट्रो का फेज 1-B पूरी तरह से तैयार हो चुका है. मेट्रो रेलवे सेफ्टी कमिश्न की मंजूरी मिलने के साथ ही मेट्रो का कॉमर्शियल संचालन शुरू हो जाएगा. वहीं, मेट्रो फेज 1-B के शुरू होने के बाद मानसरोवर से सीधे बड़ी चौपड़ तक मेट्रो ट्रेन की सुविधा मिल सकेगी. चांदपोल से बड़ी चौपड़ तक 2.4 किलोमीटर लम्बे इस प्रोजेक्ट का काम लगभग पुरा हो चुका हैं.


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चांदपोल मेट्रो स्टेशन से छोड़ी चौपड़ होते हुए बड़ी चौपक तक चलने वाली जयपुर मेट्रो अब पूरी तरह तैयार हो चुकी हैं. 2.4 किलोमीटर लम्बी मेट्रो ट्रेक का काम लगभग पुरा हो चुका है. माना जा रहा है कि हैरिटेज सिटी में जयपुर मेट्रो स्मार्टनेस का पर्याय बनेगी. भारी ट्रेफिक जाम और पॉल्यूशन से मुक्ती मिलने के साथ साथ जयपुर मेट्रो कई मायनों में खास रहने वाली है.


 



खबर के मुताबिक मेट्रो फेज 1-B का 98 प्रतिशत तक काम पुरा हो चुका है. नवम्बर के फस्ट वीक में मेट्रो रेल्वे सेफ्टी कमिशन दौरा कर सकते हैं. मेट्रो एमडी सुबीर कुमार का कहना हैं की मेट्रो फेज 1-B का कॉमर्शियल संचालन जल्द शुरू होगा. हाल ही में मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रिव्यू कर चुके हैं. ऐसे में प्रोजेक्ट थोड़ा डिले जरूर हैं लेकिन अब पूरी तरह से तैयार हो चुका है. मेट्रो रेल्वे सेफ्टी कमिश्नर से मंजूरी मिलने के बाद में कॉमर्शियल संचलान शुरू हो पाएगा.


मेट्रो एमडी के मुताबिक जयपुर मेट्रो के फेज 1-B के शुरू होने के चारदिवारी क्षेत्र में ट्रैफिक जाम से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. साथ ही लोगों को स्मार्ट और सुगम पब्लिक ट्रासपोर्ट भी मिल सकेगा. मानसरोवर से बड़ी चौपड़ तक का सफर महज 27 से 28 मिनट में पुरा होगा. जबकि अभी बस या कार से जाने में 40 से 50 मिनट का वक्त लगता है. साथ ही मेट्रो का संचालन शुरु होने से शहर के पॉल्यूशन स्तर में भी कमी देखने को मिलेगी.


छोटी चौपड़ मेट्रो स्टेशन पूरी दुनिया में अपने आप में खास रहने वाला है. छोटी चौपड़ मेट्रो स्टेशन मेट्रो स्टेशन होने के साथ साथ में हैरिटेज स्टेशन भी साबित होगा. छोटी चौपड़ मेट्रो स्टेशन पर आर्ट गैलेरी अपने आप में खास रहने वाली है. मेट्रो में सफर करने वाले राहगीर और पर्यटक आर्ट गैलेरी का भी दीदार कर सकेगें, जो हैरिजेट सिटी का अहसास करवाएगी. आर्ट गैलेरी में 11 वीं सदी से लेकर 19 वीं सदीं के ऐतिहासिक मोन्यूमेंट रखे गए हैं.


आपको बता दे की इस प्रोजेक्ट की लागत करीब 1126 करोड़ रूपए हैं 2015 में इस प्रोजेक्ट की शुरूवात हुई हालांकि ये प्रोजेक्ट तय समय के काफी डिले हो चुका है. मेट्रो फेज 1-B  की डेड लाईन 5 बार बढाई जा चुकी है. चांदपोल से बड़ा चौपड़ तक भूमिगत मेट्रो चलाने की डैडलाइन मार्च 2018 तय की गई थी, जिसे बढ़ाकर नवम्बर 2019 किया गया. गौरलतब है कि बार-बार डैडलाइन बढने के पीछए चांदपोल गेट के नीचे और चांदपोल बाजार, त्रिपोलिया बाजार और छोटी चौपड़ पर सुरंग खुदाई के दौरान पूरा धरोहर को नुकसान पहुंचने की आशंका को देखते हुए टनल बोरिंग का काम धीमी गति से हुआ था. इसके कारण बार-बार काम में व्यवधान आया और डैडलाइन को बढ़ानी पड़ी.