मुंबई: देश के सबसे बड़े उद्योगपति और सबसे अमीर भारतीय मुकेश अंबानी ने अपनी सैलरी इस साल भी नहीं बढ़ाई है. पिछले 11 साल से उनकी सैलरी नहीं बढ़ी है. मुकेश अंबानी की सालाना आमदनी करोड़ों में है. दरअसल सैलरी नहीं बढ़ाने का फैसला उन्होंने साल 2008 के अक्टूबर में सीईओ की सैलरी को लेकर छिड़े विवाद के बाद लिया था.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मुकेश अंबानी ने तय किया था कि वो अपनी सैलरी सीमित रखेंगे. इस बार भी मुकेश अंबानी ने अपनी सैलरी 15 करोड़ रुपए ही रखी है. इस सैलरी में भत्ते, कमीशन और सेवानिवृत्ति लाभ शामिल हैं.
 
मुकेश अंबानी ने साल 2008-09 से ही अपनी सैलरी 15 करोड़ रुपए रखी है. तब से इसमें उन्‍होंने बढ़ोतरी नहीं की है. मुकेश अंबानी रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. हैरानी की बात ये कि जहां मुकेश अंबानी की सैलरी 11 साल से नहीं बढ़ी है, वहीं उनके कजिन निखिल और हेतल मेसवानी की सैलरी लगातार बढ़ रही है.


निखिल मेसवानी और हेतल की सैलरी साल 2016-17 में 16.58 करोड़ रुपए थी, साल 2017-18 में ये बढ़कर 19.99 करोड़ रुपए हुई और साल 2018-19 में उनकी सैलरी बढ़कर 20.57 करोड़ रुपए हो गई है.


रिलायंस इंडस्ट्रीज के ही एक एक्जिक्यूटिव डायरेक्टर पीएमएस प्रसाद की सैलरी भी लगातार बढ़ी है. साल 2016-17 में उनकी सैलरी 7.87 करोड़ रुपए थी, जो इस साल बढ़कर 10.01 करोड़ रुपए हो गई है.