मुंबईः महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में शायद सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि नवी मुंबई इलाके के धाकड़ नेता, 3 बार मंत्री रहे गणेश नाईक की बीजेपी नेताओं के साथ बातचीत चल रही है और वो जल्द ही बीजेपी मे शामिल होने वाले है. गणेश नाईक अपने साथ महानगर पालिका के उन 52 नगर सेवकों को भी बीजेपी मे शामिल कराएंगे जो उनके समर्थक कहे जाते है. अगर ऐसा होता है कि नवी मुंबई इलाके से एनसीपी साफ हो जाएगी क्योंकि नवी मुंबई में एनसीपी का मतलब ही होता है गणेश नाईक.


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गणेश नाईक के लिए एक लाइन में कहा जाए तो नवी मुंबई में उन्हें शरद पवार कहा जाता है कि मतलब सरकार से लेकर पार्टी तक सारे सभी पर एक तरफा फैंसला गणेश नाईक का होता है और इस पर किसी को ऊंगली उठाने का अधिकार नही हैं. नवी मुंबई में जब से महानगर पालिका बनी है तभी से उस पकर गणेश नाइक का एक छत्र राज रहा हैं. 111 सीटों वाली महानगर पालिका में एनसीपी या गणेश नाईक के 52 नगर सेवक हैं और इन्हें 5 निर्दलीयों का समर्थन है. वर्तमान में नवी मुंबई में गणेश नाइक को वहा सबसे वरिष्ठ नेता माना जाता हैं. गणेश नाईक एक बेटा सदीप नाईक विधायक है जबकि दूसरे बेटे संदीव नाईक इस बार लोकसभा का चुनाव हार गए. 


गणेश नाईक के बेटे संदीप नाईक विधायक हैं.

वैसे ये पहला मौका नहीं है जब एनसीपी के किसी बड़े नेता के बीजेपी मे शामिल होने की खबर बाजार मे उड़ी हो. इससे पहले मुंबई एनसीपी अध्यक्ष सचिन अहिर अपने कार्यकर्ताओं के साथ शिवसेना में शामिल हुए थे. इसके बाद एनसीपी की महिला विंग का चेहरा मानी जाने वाली चित्रा वाघ ने इस्तीफा दे दिया और उनके भी बीजेपी शामिल होने की खबरों का बाजार गर्म है.



उधर, कांग्रेस विधायक कालिदास कोलंबकर ने पार्टी से दिया इस्तीफा दे दिया है और उनके भी बीजेपी जॉइन करने की खबरें आ रही हैं. कोलंबकर 7 बार से विधायक रह चुके हैं. वर्तमान में वह वडाला विधानसभा क्षेत्र से है विधायक हैं. कोलंबर ने शिवसेना में रहते नारायण राणे के साथ पार्टी छोड़ी थी और कांग्रेस का दामन थामा था.


(इनपुट स्वाति नाईक से भी)