फरीदाबाद: निकिता मर्डर केस (Nikita Murder Case) में हुई महापंचायत को लेकर न्याय की आड़ में उपद्रव मचाने वालों से जुड़ा एक नया खुलासा हुआ है. गिरफ्तार किए गए 32 आरोपियों के फोन खंगालने पर सामने आया है कि उपद्रवी वाट्सऐप (WhatsApp) पर कुछ ग्रुप्स में जुड़े हुए थे जिसमें हेट स्पीच फैलाई जा रही थी. फरीदाबाद पुलिस द्वारा सोशल मीडिया (Social Media)  पर हेट स्पीच फैलाने वालों की पहचान करके असामाजिक तत्वों की लिस्ट तैयार की जा रही है.


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बता दें कि 1 नवंबर को निकिता मर्डर केस में न्याय दिलाने के लिए बल्लभगढ़ में हुई महापंचायत की आड़ में हिंसा फैलाने की कोशिश की गई थी. पुलिस ने इस मामले में 32 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और इनसे पूछताछ की जा रही है. 


भड़काने वाले मैसेज वायरल किए जा रहे थे
ये ​कुछ वाट्सऐप ग्रुप्स से जुड़े हुए थे जिसके जरिए भड़काने वाले मैसेज वायरल किए जा रहे थे. कहा जा रहा है कि ​आ​रोपियों ने इन्हीं भड़काने वाले संदेशों से प्रेरित होकर इस घटना को अंजाम दिया था.


सहायक पुलिस आयुक्त, आदर्शदीप सिंह ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि फरीदाबाद पुलिस द्वारा ऐसे भड़काऊ मैसेज फैलाने वाले असामाजिक तत्वों की पहचान करके एक सूची तैयार की जा रही है और जल्द ही उनके खिलाफ कानून के तहत सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.


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हेट स्पीच फैलाने वाले आपराधिक तत्वों पर निगरानी
सिंह ने कहा कि फरीदाबाद पुलिस वाट्सऐप, ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर हेट स्पीच फैलाने वाले आपराधिक तत्वों पर निगरानी रख रही है.


उन्होंने लोगों से अपील की है कि इस तरह की भड़काऊ ब्यानबाजी करने वाले और सोशल मीडिया पर भड़काऊ संदेश भेजने वाले असामाजिक तत्वों से सावधान रहें और शहर में शांति व्यवस्था स्थापित करने में पुलिस का सहयोग करें.


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